जब्बार और फतेहयाब पर 20-20 हजार का इनाम घोषित
एआइएमआइएम पार्षद जुबैर अंसारी हत्याकाड में नामजद फतेहयाब और जब्बार पर 20-20 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है। वारंट के बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
मेरठ, जेएनएन। एआइएमआइएम पार्षद जुबैर अंसारी हत्याकाड में नामजद फतेहयाब और जब्बार पर 20-20 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है। वारंट के बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस की जाच में सामने आया कि देहरादून के सुद्धोवाला की 180 गज जमीन के विवाद में जुबैर अंसारी की हत्या की गई थी। हत्याकाड को अंजाम देने वाले शूटरों को भी पुलिस तलाश रही है। पुलिस का मानना है कि वारदात को भाड़े के हत्यारों से अंजाम दिलाया गया है।
नौचंदी थाना क्षेत्र के ढबाई नगर निवासी जुबैर अंसारी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम से पार्षद बने थे। 28 अगस्त को जुबैर की शास्त्रीनगर स्थित आवास पर बाइक सवार दो युवकों ने ताबड़तोड़ गोली बरसाकर हत्या कर दी थी। जुबैर के भाई गुफरान ने श्यामनगर बीस फुटा रोड निवासी हाजी शौकत के बेटे दिलशाद, शास्त्रीनगर के हाजी फतेहयाब, मोहनपुरी निवासी रविशकर, उसके बेटे लक्ष्य और अक्षय और राजकुमार उर्फ रवि गुर्जर निवासी अब्दुल्लापुर और जब्बार निवासी राधना से भूमि विवाद बताकर हत्या का शक जताया। पुलिस का मानना है कि सपा नेता हाजी फतेहयाब और जब्बार ने शूटरों को भाड़े पर लेकर जुबैर की हत्या कराई है।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि फतेहयाब और जब्बार पर 20-20 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। शूटर की तलाश को दबिश डाली जा रही है।
फतेहयाब का बेटा कर चुका सुसाइड
नौचंदी के शास्त्रीनगर सेक्टर 13 निवासी सपा नेता हाजी फतेहयाब के बेटे सालिम ने पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में सालिम ने लिखा था कि जुबैर हत्याकाड में पिता फतेहयाब को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ करने से मा की हालत खराब हो रही है। इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं। उसके बाद से हाजी फतेहयाब और जब्बार समेत सभी आरोपित फरार चल रहे हैं।