हाईवे पर 17 हजार किलो गैस से भरा कैप्सूल पलटा, दस घंटे लगा भीषण जाम

दिल्ली से हरिद्वार जा रहा इंडियन आयल कंपनी का गैस से भरा कैप्सूल (कंटेनर)।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 07:10 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 07:10 AM (IST)
हाईवे पर 17 हजार किलो गैस से भरा  कैप्सूल पलटा, दस घंटे लगा भीषण जाम
हाईवे पर 17 हजार किलो गैस से भरा कैप्सूल पलटा, दस घंटे लगा भीषण जाम

मेरठ, जेएनएन। दिल्ली से हरिद्वार जा रहा इंडियन आयल कंपनी का गैस से भरा कैप्सूल (कंटेनर) शुक्रवार आधी रात एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में मोदीपुरम फ्लाईओवर के नीचे पलट गया। इसमें 17 हजार किलो गैस भरी थी। हादसे में चालक की मौत हो गई। नाइट क‌र्फ्यू के कारण एक बड़ा हादसा होने से भी बच गया, लेकिन शनिवार सुबह सात बजे से लगा जाम शाम पांच बजे कैप्सूल के हटने के बाद ही खुला। दोनों तरफ करीब तीन किमी तक वाहनों की कतारें लग गई थी।

दिल्ली में इंडियन आयल कंपनी के सेल्स अधिकारी गौरव दत्त ने बताया कि शुक्रवार रात 17 हजार रसोई गैस भरकर चालक कैप्सूल को हरिद्वार (उत्तराखंड) लेकर जा रहा था। कैप्सूल दिल्ली कालिंदीकुंज मदनपुर खादर निवासी सरदार खाला सिंह की ट्रांसपोर्ट कंपनी का था, जिसे चंडीगढ़ निवासी सुच्चा सिंह चला रहा था। आधी रात को जब कैप्सूल मोदीपुरम फ्लाईओवर के पास पहुंचा तो एक बाइक सवार युवक को बचाने के चक्कर में कैप्सूल फ्लाईओवर की दीवार से टकराकर हाईवे पर पलट गया और उसमें आग लग गई। चालक भी उसमें फंस गया था। रात में ही मोदीपुरम चौकी पर तैनात सिपाही संदीप कुमार ने साहस का परिचय देते हुए अकेले ही बाल्टी में पानी और रेत डालकर किसी तरह आग बुझाई और चालक को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। इस बीच पुलिस ने ट्रैफिक को दौराला की तरफ से निकालना शुरू कर दिया। शनिवार सुबह सात बजे नाइट क‌र्फ्यू हटते ही हाईवे पर जाम लगना शुरू हो गया। जाम से निपटने के लिए तीन थानों की पुलिस व ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई गई। फायर ब्रिगेड भी तैनात की गई थी। शाम पांच बजे हाईवे से कंटेनर हटने के बाद ही ट्रैफिक सुचारू रूप से चल पाया। पल्लवपुरम इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा ने बताया कि शनिवार देर शाम इलाज के दौरान चालक की मौत हो गई।

कैप्सूल फटता तो तीन किमी तक मचा देता तबाही

गौरव दत्त ने बताया कि कैप्सूल के पलटने से गैस का माइनर रिसाव हुआ था। अगर कैप्सूल फट जाता तो तीन किमी तक तबाही मचा सकता था। इसी वजह से कैप्सूल को जल्दबाजी में नहीं हटाया गया। दिल्ली से आई एक्सपर्ट की टीम ने रिसाव बंद किया। इसके बाद दो हाइड्रो मशीन से कैप्सूल को साइड में किया गया। कैप्सूल को वापस दिल्ली ले जाया जाएगा।

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