प्रतिबंधित पालीथिन के इस्तेमाल पर नौ लोगों पर 11000 जुर्माना

नगर आयुक्त मनीष बंसल के निर्देश पर सफाई एवं खाद्य निरीक्षक अजयशील ने प्रवर्तन दल के

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Nov 2021 08:15 AM (IST) Updated:Wed, 17 Nov 2021 08:15 AM (IST)
प्रतिबंधित पालीथिन के इस्तेमाल पर नौ लोगों पर 11000 जुर्माना
प्रतिबंधित पालीथिन के इस्तेमाल पर नौ लोगों पर 11000 जुर्माना

मेरठ,जेएनएन। नगर आयुक्त मनीष बंसल के निर्देश पर सफाई एवं खाद्य निरीक्षक अजयशील ने प्रवर्तन दल के साथ गंगानगर और सिविल लाइन में प्रतिबंधित पालीथिन के खिलाफ अभियान चलाया। लगभग 20 किलो प्रतिबंधित पालीथिन दुकानदारों के यहां से जप्त की गई है। इस दौरान नौ दुकानदारों पर जुर्माने के कार्रवाई की गई। दो दुकानदारों पर 2000-2000 रुपये का जुर्माना लगाया। बाकी दुकानदारों पर 1000-1000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। सिविल लाइन में प्रतिबंधित पालीथिन सप्लाई करने वाले को पकड़ा। उस पर भी जुर्माना लगाया गया। जो कि मोहनपुरी का निवासी है। हिदायत दी गई कि दोबारा पकड़े जाने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

आज न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे वकील: हाई कोर्ट बेंच केंद्रीय संघर्ष समिति ने पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की माग को लेकर आंदोलन चलाया हुआ है। अपनी मांग को लेकर पश्चिम के अधिवक्ता बुधवार को न्याय कार्य से विरत रहेंगे। मेरठ बार एसोसिएशन के महामंत्री सचिन चौधरी ने बताया कि संघर्ष समिति की बैठक बुधवार को गौतमबुद्ध नगर बार में आयोजित होगी। जिसमें पश्चिम उत्तर प्रदेश के जनपद व तहसील बार एसोसिएशन के पदाधिकारी व अन्य अधिवक्ता भाग लेंगे। साथ ही पश्चिम उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के अधिवक्ता भी बुधवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

चकब्रंदी प्रक्रिया में अनियमितता की कमिश्नर से शिकायत: गांव बिसौला में चल रही चकबंदी प्रक्रिया में अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों ने मेरठ में कमिश्नर से की है। जिसमें सात बिदु दिए गए हैं।

उक्त ग्रामवासी रविद्र कुमार, करण सिंह, प्रवीण कुमार प्रेमचंद आदि की ओर से कमिश्नर सुरेंद्र कुमार को दिए गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि बिसौला गांव में 2008 से चकबंदी प्रक्रिया चल रही है। जिसमें अनियमितता बरती जा रही है। 4 प्रतिशत की उचित दर पर किसानों से जमीन की कटौती की गई है। गांव में कोई स्कूल-कालेज अथवा वर्तमान विद्यालय के विस्तार के खेल मैदान आदि के लिए सार्वजनिक उपयोग के लिए कोई भूखंड नही छोड़ा गया है। लाकडाउन दौरान कुछ लोगों को अनुचित लाभ देने के लिए बड़ी संख्या में उड़ान चक बनाए गए। वर्तमान में गांव में 209 उड़ान चक मौजूद है। जिसकी चकबंदी से नकल भी नही मिल पा रही है। गांव में शमशान घाट पर जाने के लिए रास्ता भी नही छोड़ा गया है। गांव में किसानों पर गन्ने की खड़ी फसल औने-पौने दाम पर कोल्हू पर डालने के लिए विभाग की पैमाइश टीम सदस्यों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है।

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