घर न गए तो क्या, यहां भी मिल गईं बहनें..

जागरण संवाददाता (मऊ) कोविड-19 की महामारी हर ओर फैलती बीमारी ऐसे में 24 घंटे लड

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 05:53 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 05:53 PM (IST)
घर न गए तो क्या, यहां भी मिल गईं बहनें..
घर न गए तो क्या, यहां भी मिल गईं बहनें..

जागरण संवाददाता, (मऊ) : कोविड-19 की महामारी, हर ओर फैलती बीमारी, ऐसे में 24 घंटे लड़ रहे हैं हमारे फ्रंटलाइनर कोरोना वारियर्स। इनमें से बहुत हैं जो चार माह से अवकाश नहीं लिए, घर नहीं गए। इसी बीच सावन की पूर्णिमा, भाई-बहनों के अटूट प्रेम का पर्व आया, मन उदास हो उठा। किसी की बहन की राखी आई तो किसी की न पहुंच सकी। ऐसे में कर्तव्यपथ पर अड़े कोरोना वारियर्स को मिला भारत विकास परिषद की बहनों का संबल। अचानक उनके सामने पहुंचीं लगभग एक दर्जन बहनें, ड्यूटी कर रहे जीआरपी व आरपीएफ के लोगों की कलाई पर राखी बांधीं तो उनकी आंखों से भावनाओं का प्रवाह फूट पड़ा। बहनों ने बकायदा तिलक कर, आरती उतारी और कलाई पर रक्षासूत्र बांध यह एहसास दिलाया कि आप हमारी रक्षा के लिए घर नहीं गए तो क्या, यहां भी बहने हैं। एक पुलिसकर्मी भावुक होकर कह उठे, यह कलाई सूनी पड़ी थी, बहुत याद आ रही थी बहनों की। लगा कि इस वर्ष यह हाथ सूनी ही रह जाएगी लेकिन आप लोग आईं तो लगा कि बहनों की कमी पूरी हो गई। भाविप की बहनों ने आरपीएफ, जीआरपी से लगायत सभी रेलवे कर्मियों की सूनी कलाइयों पर रक्षासूत्र बांधे व उनकी कर्तव्यनिष्ठा की सराहना करते हुए देश व समाजहित में इसे यूं ही बनाए रखने का संकल्प दिलाया। इस अवसर कई पुलिसकर्मियों ने बहनों को उपहार के रूप में नकदी देनी चाही कितु बहनों ने विनम्रता से इसे अस्वीकार करते हुए संकल्पों की रक्षा करने का वचन लिया। राखी बांधने वालों में परिषद की प्रांतीय पदाधिकारी डा.अलका राय, कोषाध्यक्ष रश्मि बरनवाल, रीतू अग्रवाल, निशा पांडेय आदि थीं। इनके साथ अध्यक्ष मुरारीलाल केडिया, डा. मनीष राय, डा. एसएन राय, रवीश तिवारी, अनुज श्रीवास्तव आदि भी रहे। गरीब बच्चों संग गुहार ने मनाई राखी

सामाजिक संस्था गुहार ने भी भाई-बहन के इस अनूठे पर्व पर अपनी सामाजिक सहभागिता निभाई। संस्था की प्रमुख पूजा राय के नेतृत्व में संगठन की सदस्याओं ने विभिन्न स्थानों पर पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मियों को राखी बांधी और उनसे अपने कर्तव्य पालन के साथ सामाजिक सुरक्षा का वचन लिया। इस मौके पर संस्था के लोगों ने गरीब बच्चों के बीच भी मिठाई बांट कर पर्व का उल्लास साझा किया।

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