कोपागंज के पश्चिमी इलाके में बारिश का पानी भरा

जागरण संवाददाता मऊ फोरलेन बाइपास के निर्माण से पारंपरिक वर्षा जल के प्रवाह मार्ग में आए

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 07:15 PM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2020 08:25 PM (IST)
कोपागंज के पश्चिमी इलाके में बारिश का पानी भरा
कोपागंज के पश्चिमी इलाके में बारिश का पानी भरा

जागरण संवाददाता, मऊ : फोरलेन बाइपास के निर्माण से पारंपरिक वर्षा जल के प्रवाह मार्ग में आए व्यवधान ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। कोपागंज, भदसा मानोपुर, हिकमा एवं काछीकला के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में स्थित किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल पूरी तरह जलमग्न हो गई है। जलस्तर में वृद्धि होने से बचे-खुचे किसानों की भी धान की फसल और संडा डूबने लगा है। फसल की बर्बादी देखकर किसानों की आंखों के सामने अंधेरा छाने लगा है। पानी निकलने का भी कोई उचित रास्ता नजर नहीं आ रहा है।

काछीकला राजभर बस्ती से सटे पानी दर्जनों लोगों के घरों को पूरी तरह घेर लिया है। कई घरों में पानी घुसकर लहरा रहा है। लोग घर से निकलकर दूसरे स्थानों पर ठिकाना कर रहे हैं। फोरलेन बाइपास के पश्चिम तरफ घर बनाने वाले रामानंद तिवारी ने बताया कि बीते 24 घंटों में जलस्तर में एक फुट से अधिक की वृद्धि हुई है। काछीकला गांव की सीमा से होकर बहने वाली छोटी सरयू नदी भी लबालब हो गई है और पानी आस-पास के खेतों में भर गया है। नदी के जलस्तर में वृद्धि से चिश्तीपुर के किसानों की फसल भी प्रभावित होना शुरू हो गई है। हिकमा के डा.आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि चिश्तीपुर में उनकी आठ बीघे सब्जी की फसल पानी में डूबकर नष्ट हो गई है। बाजारा और मक्के की खेती प्रभावित होने से पशुओं के लिए चारा संकट पैदा हो गया है। भदसा मानोपुर के पूर्व ग्राम प्रधान रामचंद्र राय ने जिला प्रशासन से ठोस कदम उठाते हुए जल निकासी का प्रबंध कराने की मांग की है।

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