तमसा का जलस्तर घटा, घरों में पानी से बढ़ा संकट
जागरण संवाददाता मऊ शहर के बीच से होकर प्रवाहित होने वाली तमसा नदी के जलस्तर में लगाता
जागरण संवाददाता, मऊ : शहर के बीच से होकर प्रवाहित होने वाली तमसा नदी के जलस्तर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। बावजूद इसके शहर के आधा दर्जन बाढ़ पीड़ित मुहल्लों के लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। दर्जनों घरों में पानी भर जाने के कारण लोगों का संकट बढ़ गया है।
प्रशासन की ओर से अभी कोई खास राहत नहीं मिल पाई है। सैकड़ों घर अभी भी पानी से घिरे हुए हैं। निचले इलाकों के कई घरों के भीतर रविवार को भी कमर के बराबर पानी लहराता दिखा। ख्वाजाजहांपुर कंपोजिट विद्यालय में बने बाढ़ राहत शिविर में कई परिवारों के लोग शरण लिए हुए हैं।
गीता, सोनम, राजू, मालती आदि बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि राहत शिविर में रहना उनकी मजबूरी है, क्योंकि घर की फर्श पर दो फुट की ऊंचाई तक बाढ़ का पानी लहरा रहा है। उधर, जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ राहत शिविर में व्यवस्था पहले के मुकाबले बेहतर कर दी गई है। राजस्व विभाग की ओर से बाढ़-पीड़ितों को मांग के अनुरूप खाने-पीने व राहत सामग्री का वितरण किया गया है। बता दें कि इस वर्ष बीते नौ अक्टूबर को तमसा नदी में सर्वाधिक 66.63 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो खतरा बिदु 67.36 मीटर से महज 0.73 सेंटीमीटर ही नीचे था। नौ अक्टूबर के बाद जलस्तर घटना शुरू हो गया जो रविवार आते-आते 66.40 मीटर से भी नीचे चला गया है। बावजूद इसके शहर के बइरबग्गा, निषादनगर, साईं की तकिया, कोल्हाड़ व ख्वाजाजहांपुर के निचले इलाके पानी में डूबे हुए हैं। इसके अलावा कई घर पानी से घिरे हुए हैं।