अंडरपास को लेकर ग्रामीण सड़क पर उतरे, प्रदर्शन
पिपरीडीह रेलवे स्टेशन स्थित पश्चिम रेलवे क्रासिग फाटक संख्या सी छह स्थाई रूप से बंद कर रहे रेलवे कर्मियों को ग्रामीणों के विरोध के बाद वापस जाना पड़ा। मंगलवार की सुबह रेलवे फाटक पर जैसे ही जेसीबी और रेलवे कर्मचारियों के पहुंचने की खबर मिली सभी ग्रामीण वहां एकत्र हो गए और फाटक बंद करने का विरोध करने लगे। सूचना मिलने पर कुछ देर बाद सरायलखंसी की पुलिस और रेलवे के अधिकारी भी पहुंचे लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर बने रहे। विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने अधिकारियों से मांग की कि पिपरीडीह गांव के पास बने फाटक संख्या सी छह को बंद हो जाने के कारण आवागमन बाधित हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, पिपरीडीह, नौसेमरघाट (मऊ) : पिपरीडीह रेलवे स्टेशन स्थित पश्चिम रेलवे क्रासिग फाटक संख्या सी छह स्थाई रूप से बंद कर रहे रेलवे कर्मियों को ग्रामीणों के विरोध के बाद वापस जाना पड़ा। मंगलवार की सुबह रेलवे फाटक पर जैसे ही जेसीबी और रेलवे कर्मचारियों के पहुंचने की खबर मिली सभी ग्रामीण वहां एकत्र हो गए और फाटक बंद करने का विरोध करने लगे। सूचना मिलने पर कुछ देर बाद सरायलखंसी की पुलिस और रेलवे के अधिकारी भी पहुंचे लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर बने रहे।
विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने अधिकारियों से मांग की कि पिपरीडीह गांव के पास बने फाटक संख्या सी छह को बंद हो जाने के कारण आवागमन बाधित हो जाएगा। ग्रामीणों का कहना था कि पिपरीडीह गांव के ज्यादातर किसानों के खेत रेलवे लाइन उस पार है। रेलवे क्रासिग बंद हो जाने के कारण खेती किसानी का कार्य भी प्रभावित होगा। मांग किया कि कम से कम यहां पर अंडरपास ही बनाया जाए। इससे आवागमन में आसानी होगी। फाटक बंद होने के बाद अंडरपास की मांग को लेकर पिपरीडीह, पतिला, हासपुर, मड़ईया, सरेजा आदि गांवो सैकड़ों पुरूष महिलाएं मौके पर पहुंच कर विरोध प्रदर्शन कर काम बंद करा दिए। ग्रामीणों द्वारा काम बंद कराने की सूचना कर्मचारियों ने उच्च अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलते ही आरपीएफ प्रभारी डीके राय, सरायलखंसी रामसिंह मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया।