बिजली विभाग के खिलाफ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, दी चेतावनी

जागरण संवाददाता मधुबन (मऊ) तहसील क्षेत्र के ग्रामसभा बहरामपुर में प्राथमिक विद्यालय के पास लग

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 09:28 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 09:28 PM (IST)
बिजली विभाग के खिलाफ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, दी चेतावनी
बिजली विभाग के खिलाफ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, दी चेतावनी

जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : तहसील क्षेत्र के ग्रामसभा बहरामपुर में प्राथमिक विद्यालय के पास लगा 25 केवीए का ट्रांसफार्मर पिछले 10 दिनों से जला पड़ा है। इससे वर्तमान में 50 से अधिक घरों के लोग अंधेरे में जीवन यापन कर रहे हैं। बावजूद इसके विभाग जले ट्रांसफार्मर को बदलने की कोई कवायद नहीं कर रहा है। इस उमस भरी गर्मी में पिछले दस दिनों से बेहाल लोगों का धैर्य शुक्रवार को जवाब दे गया और ट्रांसफार्मर बदलने को लेकर ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि यदि तत्काल बाधित विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हुई तो लोग सड़क पर उतरकर प्रदर्शन एवं चक्काजाम करने के लिए बाध्य होंगे।

लाल मोहम्मद, केशव ठाकुर, शिवकुमार, कमरुद्दीन, अख्तर अली, राममिलन आदि ने बताया कि यहां लगा 25 केवीए का ट्रांसफार्मर हर 20-25 दिन में जल जाता है। इससे करीब 50 घरों को विद्युत आपूर्ति होती है, जबकि इस ट्रांसफार्मर की क्षमता आधी है। ऐसे में यहां अधिक क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाने की जरूरत है, फिर भी विभाग इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा। एक बार ट्रांसफार्मर जलने पर उसे बदलने में 10 से 12 दिन लग जाते हैं। ऐसे में हम सब बिजली का बिल तो पूरे महीना का देते हैं मगर बिजली आधी ही मिलती है। वर्तमान में जले ट्रांसफार्मर की शिकायत ग्रामीणों द्वारा 1912 के हेल्पलाइन पर की गई है बावजूद इसके अब तक नहीं बदला जा सका है।

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प्रधानाचार्य पर छात्रों एवं अभिभावकों ने लगाया आरोप

जागरण संवाददाता, थलईपुर (मऊ) : रतनपुरा के जमदरा गांव स्थित राजकीय हाईस्कूल के विद्यार्थियों एवं अभिभावकों ने विद्यालय प्रशासन पर बोर्ड परीक्षा में कम नंबर देने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल को पत्र लिखा। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि अध्ययनरत बच्चों से परीक्षा में पास करने के नाम पर सुविधा शुल्क की मांग की गई थी। जबकि गरीब बच्चों द्वारा इसकी पूर्ति न की जा सकी। इससे नाराज प्राचार्य ने उनको कम नंबर देते हुए दसवीं की परीक्षा में फेल किया। कार्यवाहक प्राचार्य की कार्य प्रणाली से आक्रोशित छात्रों एवं अभिभावकों ने उनकी कार्यप्रणाली को संदेहास्पद बताते हुए जिलाधिकारी से जांच कराकर उनके खिलाफ कार्यवाही की मांग की।

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