अवैध मतों को लेकर ग्रामीणों ने काटा बवाल

मऊ पीठासीन अधिकारी की लापरवाही से अवैध घोषित किए गए 200 मतों को लेकर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 06:33 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 06:33 PM (IST)
अवैध मतों को लेकर ग्रामीणों ने काटा बवाल
अवैध मतों को लेकर ग्रामीणों ने काटा बवाल

जागरण संवाददाता, मऊ : पीठासीन अधिकारी की लापरवाही से अवैध घोषित किए गए 200 मतों को लेकर कोपागंज ब्लाक के ग्राम पंचायत गंगुआबारी के ग्रामीण मतगणनास्थल पर जमकर बवाल काटा और राष्ट्रीय राज मार्ग को जाम कर दिया। इसके बाद जमकर नारेबाजी की। रिकाउंटिग की मांग को लेकर मौके पर ग्रामीण अड़े रहे और धरने पर बैठ गए। सूचना पाकर अफसर मौके पर पहुंचे और समझाने बुझाने का प्रयास किया। इसके बावजूद वह रिकाउंटिग पर अड़े रहे।

गंगुआबारी में हुए ग्राम प्रधान के चुनाव के बाद मतगणना के दूसरे दिन सोमवार को मतों की गिनती की जा रही थी। तभी एक प्रत्याशी संतोष चौहान ने निर्वाचन अधिकारी से शिकायत किया कि हमारे 200 मतों पर पीठासीन अधिकारी के दस्तखत न होने से मतों को अवैध कर दिया गया है। किसी ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया और गिनती के बाद गांव के दूसरे प्रत्याशी सीताराम चौहान को 69 वोट से जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया। हारा हुआ प्रत्याशी रोते हुए बाहर गया। समर्थकों की भीड़ हारे प्रत्याशी को रोता देख आक्रोशित हो गई और मांग करने लगी कि पुन: गिनती कराई जाए। इस पर किसी ने कुछ नहीं सुनी। पुलिस भीड़ को गेट से हटा रही थी, तभी गुस्साई महिला एवं पुरुषों की भीड़ मतगणना स्थल पर के गेट की तरफ दौड़ी। थानाध्यक्ष सहित पुलिस कर्मी गेट के अंदर पहुंच जल्द मुख्य द्वार को बंद करने की कोशिश करने लगे। समर्थक गेट को धकेलने लगे। दोनों तरफ से आधे घंटे तक गुरिल्ला युद्ध होने लगा। पुलिस दूसरे गेट से बाहर जाकर समर्थकों को हटाने लगी। इसके बाद सभी बांस-बल्लियों के सहारे एनएचआइ की सड़क को अवरूद्ध कर नारेबाजी करने लगे। एक घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस और प्रत्याशी समर्थकों के बीच गुत्थम-गुत्था होती रही। पुलिस भीड़ को हटाने की कोशिश करने लगी लेकिन समर्थक हटने का नाम नही के रहे थे। थानाध्यक्ष अजय तिवारी ने उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी। सूचना पर एएसपी त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी, सीओ घोसी, थाना घोसी, महिला पुलिस सहित मौके पर पहुंच गई और समझाने का प्रयास करने लगी। इसके बावजूद बात नहीं बनी। अभी धूप में ग्रामीण मौके पर डंटे हैं।

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