ग्राम सचिव ने स्थानांतरण के बाद निकाले 17 लाख

जागरण संवाददाता मऊ कोपागंज ब्लाक के मीरपुर गांव में पिछले महीने ग्रा म सचिव का स्थानांतर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Dec 2020 05:17 PM (IST) Updated:Sat, 26 Dec 2020 05:17 PM (IST)
ग्राम सचिव ने स्थानांतरण के बाद निकाले 17 लाख
ग्राम सचिव ने स्थानांतरण के बाद निकाले 17 लाख

जागरण संवाददाता, मऊ : कोपागंज ब्लाक के मीरपुर गांव में पिछले महीने ग्रा

म सचिव का स्थानांतरण कर दिया गया था। तबादले के बाद उसने वहां से 17 लाख उतार लिए। इसकी किसी को भनक तक नहीं हो पाई। बात जब मीडिया तक पहुंची तो तो ब्लाक के लेकर जिले के अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में तो लिया लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अभी तक जांच और रिपोर्ट के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही की जा रही है।

ग्राम सचिव द्वारा 25 नवंबर को स्थानांतरण के बाद गांव में विभिन्न कार्यों के नाम पर अलग-अलग फर्मों से 25 लाख रुपए उतार लिए जाने का आरोप है। पैसे निकालने का पूरा विवरण वेबसाइट पर भी मौजूद है। इसके अनुसार ग्राम सचिव राजीव सिंह ने 27 नवंबर को 11,18,680 रुपए और 28 नवंबर को 5,81,900 रुपए उतार लिया था। जबकि गांव में 28 नवंबर को वहां ग्राम सचिव के पद पर सपना सिंह की नियुक्ति हो गई थी। मामला जब ब्लाक और जिले के अधिकारियों तक पहुंचा तो ब्लाक से लगायत सभी जिले के सभी अधिकारियों ग्राम सचिव द्वारा पैसा निकलने की बात को स्वीकार करते हुए जांच कर कार्रवाई की बात कहा था, गांव से लेकर ब्लाक तक इस भ्रष्टाचार की चर्चा हो रही है। लेकिन एक माह बीत जाने क बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। या यूं कहे कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। क्या है नियमावली

चौदहवां राज्य वित्त के तहत गांव के किसी भी कार्य के लिए अनुमोदन ग्राम पंचायत स्तर पर होता है। जिसके लिए जिला पंचायत राज अधिकारी और जिलाधिकारी की स्वीकृति दी जाती है। होने वाले कार्य का मूल्यांकन करने के बाद ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से धन बैंक खाते में आहरण किया जाता है। जबकि मीरपुर में सभी नियमों को तांक पर रखकर तबादले के बाद दो दिन के अंदर ही 17 लाख रुपए निकाल लिए गए।

वर्जन--

मामला संज्ञान में है। कई कारणों की वजह से अभी मौके का निरीक्षण नहीं कर पाया हूुं, लेकिन इसी सप्ताह स्थलीय निरीक्षण होगा। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी

-राम सिंह वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी।

chat bot
आपका साथी