बरसात में खुले आसमान के नीचे रहने को विवश पीड़ित परिवार
जागरण संवाददाता मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) अब इसे गरीब की विवशता कहें या प्रशासनिक अक्षमता।
जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) : अब इसे गरीब की विवशता कहें या प्रशासनिक अक्षमता। बारिश के चलते धराशायी कच्चे मकान में जहां परिवार ने दो लोगों को खोया, वहीं चार घायलों के साथ वह बरसात के मौसम में खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को विवश हैं। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम ढ़ाढ़ाचवर में बीते मंगलवार रात हुए हादसे के बाद घोसी विधायक विजय राजभर सहित तमाम जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित परिवार को ढ़ंाढ़स बंधाने पहुंचे लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। जबकि पीड़ित बबलू चौहान भाजपा का पूर्व मंडल अध्यक्ष व सक्रिय कार्यकर्ता है।
हादसे के बाद विभिन्न पार्टियों के जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की तांता लगा है। अभी तक पीड़ित परिवार को कहीं से भी कोई सहायता मुहैया नहीं कराई गई। गुरुवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट (खंड विकास अधिकारी) कोपागंज अजय कुमार गौतम गांव में पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की तरफ से भी मात्र आश्वासन ही मिला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास की बनाई जा रही सूची में नाम जोड़कर प्रधानमंत्री आवास दिया जाएगा। इसके बाद घोसी विधायक विजय राजभर भी पहुंचे और उन्होंने भी मात्र आश्वासन ही दिया। इनके जाने के थोड़ी देर बाद ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ पहुंचे आश्वासन देते हुए कहा कि आप सरकारी आवास लेकर निर्माण की तैयारी करिए, उसमें जो भी कमी होगी उसको मैं पूरा करूंगा। उधर, ग्रामीण दूसरे दिन भी मदद करते हुए मलबे में दबी सामग्री को बाहर निकालते रहे। ग्राम सचिव ने दाह संस्कार के नाम पर मात्र 10 हजार की सहायता राशि दी। बबलू चौहान एवं पत्नी पुष्पा चौहान के आंखों से मां और बेटी की मौत से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा है।