बारिश की भेंट चढ़ा टीका, मात्र 2564 लाभार्थी रहे शामिल

जागरण संवाददाता मऊ कोरोना से निजात के लिए गुरुवार का टीकाकरण सुबह से लगातार हो रही बारिश के कारण प्रभावित हुई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 08:52 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 08:52 PM (IST)
बारिश की भेंट चढ़ा टीका, मात्र 2564 लाभार्थी रहे शामिल
बारिश की भेंट चढ़ा टीका, मात्र 2564 लाभार्थी रहे शामिल

जागरण संवाददाता, मऊ : कोरोना से निजात के लिए गुरुवार का टीकाकरण सुबह से लगातार हो रही बारिश से फीका रहा। दोपहर करीब दो बजे के बाद जब बारिश बंद हुई तो लोग टीका केंद्र पहुंचे। इस दौरान 2564 लोगों से कोविड से बचाव का सुरक्षा टीका लगाया गया। इसमें 18 पार के 1530 और 45 पार के साथ 1034 लोगों को टीका लगा।

घोसी : स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर गुरुवार को टीकाकरण नहीं हो सका। वही स्वास्थ्य केंद्र दोहरीघाट में 1731 को जबकि बड़रांव में 398 को वैक्सीन लगाई गई। बोझी प्रतिनिधि के अनुसार, सीएचसी बड़रांव में 18-45 वर्ष की आयु के 108 और 45 वर्ष से अधिक आयु के 11 लोगों को वैक्सीन लगी। केंद्र से संबद्ध अमिला में 60 और मादी सिपाह में 90 को जबकि नदवासराय में 18 से 45 वर्ष के 75 और 45 वर्ष से अधिक आयु के 54 को वैक्सीन लगी। दोहरीघाट प्रतिनिधि के अनुसार, सीएचसी सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सुग्गीचौरी, बेला कसैला, रसूलपुर और गोंठा में कुल 1731 को वैक्सीन लगाई गई।

पुराघाट : कोपागंज सीएचसी पर गुरुवार को 234 को टीका लगाया गया, जिसमें 45 पार के 189 तथा 18 पार के 49 को लगा टीका। वही सीएचसी से संबद्ध किसी भी स्वास्थ्य केंद्र पर टीका लगाया गया।

रामपुर बेलौली : फतहपुर मंडाव ब्लाक में गुरुवार को बारिश की वजह से लाभार्थी टीकाकरण केंद्र पर नहीं पहुंच सके। जिसके कारण टीकाकरण नहीं हो सका। टीका उपलब्ध रहने के बावजूद बारिश ने खलल डाला।

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झमाझम बारिश ने उमसभरी गर्मी से दिलाई निजात

जागरण संवाददाता, मऊ : झमाझम बारिश ने पिछले एक पखवारे से भीषण उमस भरी गर्मी से जूझ रहे लोगों को गुरुवार को राहत पहुंचाई। बारिश की वजह से जगह-जगह जलजमाव हो गया है। इसकी वजह से लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। किसानों ने अपने खेतों में धान की रोपाई करना शुरू कर दी।

पिछले एक पखवारे से अधिकतम पारा 40 से 46 व न्यूनतम पारा 30 से 31 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच गया था। इसमें प्रतिदिन उतार-चढ़ाव चलता रहा। हवा भी नहीं चल रही थी। कूलर व पंखे भी काम नहीं कर रहे थे। दूसरी तरफ विद्युत कटौती भी चरम पर थी। यही नहीं खेत की जोताई न होने से किसान अभी धान के नर्सरी की रोपाई भी नहीं कर पाए थे। इस बीच एक पखवारे का समय मिल जाने की वजह से किसानों ने अपने खेतों की जोताई भी शुरू कर दी थी। गुरुवार की सुबह अचानक मौसम का रूख बदला और चारों तरफ काले बादल छा गए। तीन घंटे से ज्यादा मूसलाधार बारिश हुई और शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भीषण गर्मी से बिलबिला रहे लोगों ने राहत की सांस ली।

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