फोरलेन निर्माण में लगी जेसीबी से कटी भूमिगत केबिल, दी तहरीर

जागरण संवाददाता पलिगढ़ (मऊ) बड़ागांव विद्युत उपकेंद्र की भूमिगत केबिल बार-बार कटने के

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 09:01 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 09:01 PM (IST)
फोरलेन निर्माण में लगी जेसीबी से कटी भूमिगत केबिल, दी तहरीर
फोरलेन निर्माण में लगी जेसीबी से कटी भूमिगत केबिल, दी तहरीर

जागरण संवाददाता, पलिगढ़ (मऊ) : बड़ागांव विद्युत उपकेंद्र की भूमिगत केबिल बार-बार कटने के मामले में विद्युत विभाग ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के विरुद्ध तहरीर दी है। सोमवार की शाम भी आजमगढ़-मऊ राजमार्ग फोरलेन निर्माण के दौरान बरलाई पेट्रोल पंप के पास जेसीबी से हो रही खोदाई में भूमिगत केबिल कट गई। इससे कई मोहल्लों की बिजली गुल हो गई। उपभोक्ताओं का बढ़ता दबाव देख आखिर में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता प्रथम ने एनएचएआइ के अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज कराने क ा निर्देश दिया।

सोमवार को शेड्यूल के अनुसार बिजली देर शाम बड़ागांव सब स्टेशन से चालू होने के बाद भी रामपुर चकिया, प्रेमनगर, राज पैलेस आदि मोहल्लों में बिजली नहीं आई। इसके साथ ही सब स्टेशन पर भी बिजली बार-बार फाल्ट व ट्रिप कर रही थी। इस पर क्षेत्र के दर्जनों की संख्या में उपभोक्ता सब स्टेशन पर धमक पड़े। एसएचओ संजय कुमार ने किसी तरह स्थिति संभालते हुए फाल्ट खोजवाना प्रारंभ किया। काफी देर बाद पता चला कि बरलाई पेट्रोल पंप के पास एनएचएआइ द्वारा सड़क व पुल निर्माण में शाम तकरीबन चार बजे ही अंडर ग्राउंड केबिल को काट दिया गया था। इससे केबिल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। बड़ी मशक्कत से विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था कर देर रात को विद्युत आपूर्ति बहाल की। मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रथम खंड के अधिशासी अभियंता ने जेई को संबंधित थाना में एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। जेई धीरेंद्र यादव सूचना पाकर सोमवार की देर रात दक्षिणटोला थाने पहुंचे और फोरलेन निर्माण में लगे अधिकारियों के नाम से तहरीर दी। उधर, थाना दक्षिणटोला प्रभारी डीके चौधरी ने बताया कि दोनों ही सरकारी विभाग हैं। शासन की मंशा है तीव्र गति से काम हो। ऐसे में अगर केबिल कट गई तो उसे ठीक कराना चाहिए। एनएचएआइ के अधिकारियों को बुलाकर निर्देशित किया गया है।

उपकेंद्र पर नहीं रहते जेई

विद्युत उपकेंद्र पर जेई के रहने की व्यवस्था है लेकिन उनके द्वारा कमरे में ताला लगाया गया है। जेई जिला मुख्यालय पर रहते हैं। उपभोक्ता सहित कर्मचारियों की शिकायत है कि महीने में एक-दो बार ही केवल आते हैं। जेई धीरेंद्र यादव के मानीटरिग न करने से जहां क्षेत्र के लोग परेशान हैं, वहीं स्टाफ की भी निरंतर बनी समस्या का समाधान नहीं हो पाता हे।

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