56 घंटे में दो मीटर बढ़ा सरयू का जलस्तर
जागरण संवाददाता दोहरीघाट (मऊ) नेपाल से पांच बैराजों से तीन चरणों में 11 लाख क्यूसेक पा
जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : नेपाल से पांच बैराजों से तीन चरणों में 11 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सरयू का जलस्तर पिछले 56 घंटों में शनिवार को रिकार्ड दो मीटर से अधिक बढ़ते हुए दोहरीघाट गौरीशंकर घाट पर खतरे का निशान पार गया। नदी के जलस्तर में एक सेमी प्रतिघंटा का उफान देख बाढ़ एवं सिचाई विभाग के अधिकारियों सहित तटवर्ती ग्रामीणों के होश उड़ गए हैं। नदी का वेग इतना तेज है कि कटान की जद में आए मुक्तिधाम पर शवदाह के लिए बनाई गईं सीढि़यां कट कर नदी की धारा में विलीन हो गई हैं। सिचाई विभाग परकूपाइन विधि से कटान रोकने की कोशिश में लगा है।
मुक्तिधाम गौरीशंकर घाट पर नदी की बैकरोलिग से कटान शुरू हो गई है। श्मशान घाट पर नदी नीचे काट रही है। शवदाह शेड के दक्षिणी छोर पर नदी का जबरदस्त दबाव बना हुआ है। भारत माता मंदिर के पश्चिम छोर पर नदी का दबाव ज्यादा होने से बोरियों मे बालू भरकर कटान के मुहाने पर लगाया जा रहा है। चिऊटीडांड से लेकर धनौली रामपुर रिग बंधे तक अलर्ट घोषित कर दिया गया है। बाढ़ खंड के अधिकारियों ने बंधे पर डेरा डाल दिया है। सभी रेग्युलेटरों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मछुवारों से सावधान रहने को कहा गया है। अधिशासी अभियंता दिलीप कुमार ने बताया कि नेपाल से इतना पानी पूर्व में कभी नहीं छोड़ा गया था। इस बार रिकार्ड पानी छोड़ा गया है। गौरीशंकर स्नान घाट पर खाईं बनती जा रही है, इसलिए लोगों को वहां स्नान नहीं करने के प्रति आगाह किया गया है।
हजारों एकड़ फसल डूबी, बंधे पर बढ़ी टक्कर
सिचाई एवं बाढ़ विभाग के अधिशासी अधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि सरयू की धारा सीधे रामपुर धनौली बंधे से आकर टकरा रही है। यहीं से बैकरोलिग कर लहरें मुक्तिधाम को टक्कर मार रही हैं। बंधे के नीचे चीउटीडांढ़ से सूरजपुर तक हजारों एकड़ धान की फसल तेज बहाव में बह गई है। कहा कि बंधा को बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है, बंधा टूटा तो भीषण तबाही मच जाएगी। शुक्रवार को नदी का जलस्तर 69.90 था जो शनिवार की शाम पांच बजे 70.15 मीटर हो गया। दोहरीघाट में नदी का जलस्तर खतरे के निशान 69.90 मीटर से अब 25 सेंटीमीटर ऊपर है। उधर, सिचाई विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक मधुबन तहसील के बिदटोलिया में कटान शुरू हो गई है।