एफएल-नामांकन जुलूस के दौरान भिड़े दो गुट

सर्वोदय पीजी कालेज में गुरुवार को नामांकन जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई। हालांकि पुलिस ने स्थिति नियंत्रित कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jan 2020 06:11 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jan 2020 06:11 PM (IST)
एफएल-नामांकन जुलूस के दौरान भिड़े दो गुट
एफएल-नामांकन जुलूस के दौरान भिड़े दो गुट

जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : स्थानीय सर्वोदय पीजी कालेज में गुरुवार को नामांकन जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई। हालांकि पुलिस ने स्थिति नियंत्रित कर लिया। कालेज क्षेत्र में पुलिस छात्र-छात्राओं के जुलूस ही नहीं वरन तीन से अधिक के प्रवेश पर रोक लगाने में सफल रही पर महाविद्यालय से इतर नगर में प्रत्याशियों ने जमकर लिगदोह समिति की बखिया उधेड़ी। मुद्रित प्रचार सामग्री सड़क पर बिखेरी। दोपहर में जुलूस के चलते कई बार जाम की स्थिति उत्पन्न हुई।

लिगदोह समिति की सिफारिश के अनुसार पांच हजार रुपए अधिकतम व्यय किए जाने, वाहन से प्रचार न करने और मुद्रित प्रचार सामग्री का सहारा न लेने का फरमान ताक पर रहा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर महाविद्यालय के सामने से जुलूस निकालने के प्रयास को पुलिस ने विफल कर दिया। बावजूद इसके नामांकन के पश्चात हरेक पैनल ने जुलूस निकाला। दोपहर में लगभग एक बजे नामांकन के बाद छात्रसंघ अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मान सिंह चौहान एवं महामंत्री पद के दावेदार विश्वास सोनकर ने पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष उद्देश्य पांडेय एवं महामंत्री अतुल शर्मा के नेतृत्व में नामांकन जुलूस निकाला। उक्त जुलूस वापस मझवारा मोड़ की तरफ आ रहा था। इस बीच अध्यक्ष पद के विपक्षी प्रत्याशी सालिम महमूद एवं अजय कीर्ति आदि जुलूस लेकर विपरीत दिशा को जा रहे थे। नरोखर पोखरा के समीप दोनों जुलूस आमने-सामने हुए। दोनों गुटों के बीच नारेबाजी होने लगी। नारेबाजी के बीच अचानक मारपीट प्रारंभ हो गई। छात्रनेता विश्वास सोनकर ने विपक्षी गुट के विरुद्ध तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस बार जुलूस में बड़े एवं दुपहिया वाहनों की तादाद बीते वर्षों की अपेक्षा काफी कम रही। समर्थकों ने हैंडबिल से सड़क को पाट दिया।

सक्रिय हुए पूर्व छात्रनेता

छात्रसंघ के चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों के पीछे पूर्व अध्यक्षों एवं छात्रनेताओं की फौज है। यह पूर्व छात्रनेता ही इनके चुनाव संचालक एवं सेनापति की भूमिका में है। पूर्व अध्यक्षों एवं छात्र नेताओं ने अपने समर्थित प्रत्याशियों के जुलूस में सक्रिय भागेदारी कर इसका प्रमाण भी दिया।

चुनाव से दूर रही आधी आबादी

स्थानीय सर्वोदय पीजी कालेज में इन दिनों छात्राओं की संख्या छात्रों की संख्या के डेढ़ गुना है। बावजूद इसके इस बार आधी आबादी ने चुनाव से दूरी बनाए रखा। दरअसल इस कालेज में नब्बे के दशक से ही छात्राएं छात्रसंघ की राजनीति में उतरती रही हैं। इन छात्राओं ने अध्यक्ष पद से लेकर महामंत्री तक किस्मत आजमाया है पर सफलता अभी तक मात्र एक छात्रा पूजा विश्वकर्मा को मिल सकी है। बीते वर्ष भी अध्यक्ष पद हेतु कुमारी गुड़िया और गुड़िया यादव ने नामांकन किया था हालांकि सफलता कई कदम पीछे रही।

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