जीरो-बी ओवरब्रिज के लिए दो विभागों ने कर लिया आगणन

जागरण संवाददाता मऊ शहर के रेलवे जंक्शन से कुछ ही दूरी पर उत्तर तरफ स्थित बाल निके

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Sep 2020 05:16 PM (IST) Updated:Wed, 02 Sep 2020 05:16 PM (IST)
जीरो-बी ओवरब्रिज के लिए दो विभागों ने कर लिया आगणन
जीरो-बी ओवरब्रिज के लिए दो विभागों ने कर लिया आगणन

जागरण संवाददाता, मऊ : शहर के रेलवे जंक्शन से कुछ ही दूरी पर उत्तर तरफ स्थित बाल निकेतन रेलवे क्रासिग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए दो विभागों ने अपने आगणन का कार्य त्वरित गति से पूरा कर लिया है। पीडब्ल्यूडी एवं बिजली विभाग के अधिकारियों ने तेजी दिखाते हुए नफा-नुकसान के आगणन की रिपोर्ट तैयार कर उत्तर प्रदेश सेतु निगम को सौंप दिया है। वहीं, नगर पालिका प्रशासन की ओर से अभी भी आगणन का प्रस्ताव तैयार नहीं हो पाया है। सेतु निगम के उच्चाधिकारियों का कहना है कि अपना काम पूरा है, जैसे ही नपा से आगणन का प्रस्ताव मिलेगा उसकी मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया जाएगा।

राज्य सरकार की मंजूरी मिलते ही सेतु निगम ने लागत के आगणन के लिए संबंधित विभागों को नोटिस भेज दिया था। इसमें नगर पालिका, बिजली विभाग और लोक निर्माण विभाग का आगणन ही प्रमुख है। जबकि, उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने ओवरब्रिज निर्माण में आने वाली लागत का आगणन लगभग तैयार रखा है। बाल निकेतन क्रासिग पर बनने वाले ओवरब्रिज की अनुमानित लागत 95 करोड़ रुपये के आस-पास आंकी गई है। सभी विभागों से उनके-उनके मद में आगणन की रिपोर्ट मिलते ही ओवरब्रिज निर्माण की वास्तविक लागत का प्रस्ताव तैयार कर शासन को उसकी स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। लगातार दो दिनों तक बाल निकेतन क्रासिग पर रेलवे, पीडब्ल्यूडी एवं उत्तर प्रदेश सेतु निगम के अभियंताओं के साथ सर्वे का कार्य चला है। दोनों तरफ से मुख्य रेलवे लाइन के ऊपर बनने वाले पुल की लंबाई को लेकर मंथन अपने अंतिम दौर में है। जल्द ही सबकुछ तय हो जाएगा। उत्तर प्रदेश सेतु निगम के महाप्रबंधक सुनील कुमार ने बहुत जल्द शासन को मंजूरी के लिए आगणन का प्रस्ताव भेजे जाने का संकेत दिया है। ओवरब्रिज निर्माण के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने वाले सहरोज निवासी किसान नेता देवप्रकाश राय ने विभागों की तत्परता पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने जनहित में नगर पालिका प्रशासन से भी जल्द आगणन तैयार करने की अपील की है।

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रेलवे क्रासिग के ठीक ऊपर पुल की लंबाई पर बननी है सहमति

पुराने प्रस्ताव में रेलवे के अभियंताओं ने ठीक रेलवे क्रासिग के ऊपर 51 मीटर लंबा पुल बनाने की सहमति दी है। उत्तर प्रदेश सेतु निगम और रेलवे के अभियंताओं के दो दिनों तक चले सर्वे में सेतु निगम ने 51 मीटर लंबा पुल न बन पाने की तकनीकी बाधा बताया है। जीरो-बी ओवरब्रिज निर्माण के लिए तकनीकी रूप से वहां 25 से 32 मीटर लंबा पुल ही बना पाना संभव है। सेतु निगम के महाप्रबंधक सुनील कुमार ने बताया कि रेलवे के अभियंताओं को पुल की लंबाई 25 से 32 मीटर के बीच कोई भी रखकर त्वरित निर्णय लेने की मांग की गई है। रेलवे प्रबंधन सेतु निगम के सुझाए पुल की लंबाई को लेकर तकनीकी समीक्षा में लगा है।

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सेतु निगम को लोकनिर्माण विभाग एवं बिजली विभाग के आगणन की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। नगर पालिका की आगणन रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। यह मिलने और पुल की लंबाई पर निर्णय होने के बाद ओवरब्रिज निर्माण से जुड़े आगणन के प्रस्ताव की मंजूरी के लिए फाइल शासन को प्रेषित कर दी जाएगी।

-सुनील कुमार, महाप्रबंधक, उत्तर प्रदेश सेतु निगम।

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