हादसों में तीन की मौत, छह घायल
जागरण संवाददाता मऊ चिरैयाकोट व घोसी थाना क्षेत्रों में सोमवार को दो घंटे के अंतराल पर
जागरण संवाददाता, मऊ : चिरैयाकोट व घोसी थाना क्षेत्रों में सोमवार को दो घंटे के अंतराल पर अलग-अलग स्थानों पर आमने-सामने हुई बाइकों की टक्कर में तीन लोगों की जहां मौत हो गई, वहीं छह लोग घायल हो गए। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें दो की हालत चिताजनक बनी हुई है।
चिरैयाकोट प्रतिनिधि के अनुसार गाजीपुर जनपद के महाहर से भगवान शंकर का दर्शन-पूजन कर थाना क्षेत्र के असलपुर निवासी 22 वर्षीय अजीत पुत्र डग्गू को छोड़ने उसके मामा के लड़के सिसवार थाना भुड़कुड़ा जनपद गाजीपुर अमित उर्फ कल्लू खरवार पुत्र छोटेलाल तथा गौतम पुत्र छोटू असलपुर बाइक से जा रहे थे। इधर, चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के मूंसेपुर गांव निवासी विनोद पुत्र दुर्गविजय अपने मित्र सेचुई बलभद्र निवासी विरेंद्र राम पुत्र राधे के साथ बाइक से दुल्लहपुर की तरफ जा रहे थे। दोपहर लगभग तीन बजे सरसेना गांव के समीप दोनों की बाइकें आमने-सामने टकरा गईं। इसमें दोनों बाइकों पर सवार पांचों युवक दूर-दूर जा गिरे। हादसा देख मौके पर जुटे लोग घायल युवकों अस्पताल भेजने की तैयारी करने लगे। इस बीच अजीत तथा विनोद ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि तीनों युवकों को सीएचसी रानीपुर ले जाया गया। जहां पर तीनों की स्थित गंभीर देख चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही रोते-बिलखते स्वजन भी अस्पताल पहुंचे। उधर, घटना की जानकारी पाकर मृतकों के गांव असलपुर व मूंसेपुर गांव में सन्नाटा छा गया।
जागरण घोसी कार्यालय के अनुसार कोतवाली के मझवारा क्षेत्र के सेमरी जमालपुर निवासी अनिल कुमार पुत्र रजपत और दूधनाथ पुत्र बंगाली बाइक से चौथी मिल होते हुए सुल्तानपुर की तरफ जा रहे थे। दोनों अभी अकोल्ही मुबारकपुर (कुर्मीपुरा) के पास पहुंचे ही थे कि विपरीत दिशा से आ रही बाइक से इनकी टक्कर हो गई। दूसरी बाइक पर मधुबन थाना के नसीरपुर निवासी विनोद कुमार एवं चंदा देवी सवार थे। हादसे में दूधनाथ की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अनिल कुमार, चंदा देवी व विनोद गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पाकर घोसी कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार दूबे ने डायल 112 से घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोसी भेजा।
काश, लगाते हेलमेट तो बच सकती थी जान
चिरैयाकोट : शासन-प्रशासन बाइक चालकों के लिए हेलमेट लगाना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए शासन ने लगातार अभियान भी चलाया बावजूद इसके आधे से अधिक लोग हेलमेट नहीं लगा रहे। सावन के पहले सोमवार को ही सरसेना गांव के समीप हुआ वीभत्स हादसा इस लापरवाही की कहानी को बयां कर रहा है। दोनों ही बाइक सवारों में किसी ने हेलमेट नहीं लगाया था। मौके पर पहुंचे लोग यही कहते दिखे कि काश! अगर युवक हेलमेट लगाते तो उनकी जान बच सकती थी।