गांवों में नहीं हो रही जांच, न मिल रही मेडिकल किट

जागरण संवाददाता मऊ आज गांव-गांव फैली महामारी के लिए जहां चुनावों को जिम्मेदार ठहराय

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:29 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 06:29 PM (IST)
गांवों में नहीं हो रही जांच, न मिल रही मेडिकल किट
गांवों में नहीं हो रही जांच, न मिल रही मेडिकल किट

जागरण संवाददाता, मऊ : आज गांव-गांव फैली महामारी के लिए जहां चुनावों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है तो प्रशासन भी कम जिम्मेदार नहीं है। यहां केवल कागजों पर ही निगरानी समितियों की सक्रियता दिखाई जा रही है। कोरोना की पहली लहर में खरीदे गए थर्मल स्कैनर व पल्स आक्सीमीटर बेकार पड़े हैं। वहीं होम आइसोलेशन में रह रहे इंटीजेन पाजिटीव को भी मेडिकल किट तक नहीं पहुंच रही है। वहीं कागजों पर कागजी घोड़े दौड़ाए जा रहे हैं। पहली लहर में 35 लाख रुपये से खरीदे गए उपकरण कहीं नहीं दिख रहे।

मार्च 2020 में आई कोरोना की पहली लहर में यूं तो शासन-प्रशासन संवेदनशील था। बचाव के हर इंतजाम तक किए गए। जहां बाहरी लोगों को गांव के बाहर ही क्वारंटाइन करने की व्यवस्था की गई थी, तो गांव-गांव लोगों की जांच भी की गई। इसके बाद सामान्य होती जिदगी पर एक बार फिर संकट टूट पड़ा। अबकी कोरोना की दूसरी लहर जानलेवा है। गांव-गांव लोग संक्रमित हैं। ऐसा कोई घर नहीं जहां सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित लोग न हों परंतु गांवों में न तो निगरानी समिति ही दिखाई पड़ रही है, नहीं थर्मल स्कैनर व पल्स आक्सीमीटर से किसी की जांच ही हो रही है। जबकि पिछले वर्ष प्रत्येक गांवों में केंद्रीय वित्त व राज्यवित्त मद से थर्मल स्कैनर व पल्स आक्सीमीटर की खरीद की गई थी। इनसेट--

गांवों तक नहीं पहुंच रही मेडिकल किट

यूं तो एंटीजेन पाजिटिव लोगों को चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल टीमों का गठन किया है। इन टीमों को पाजिटिव लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध कराना है। साथ ही होम आइसोलेशन में रहने के सारे नियमों को भी बताना है परंतु सारी कवायदें सिर्फ कागजों पर ही चल रही हैं। गांवों में संक्रमण की स्थिति तेजी से बढ़ती जा रही है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कागजी घोड़े दौड़ाकर स्थिति नियंत्रण में होने का दावा कर रहा है। वर्जन--

जिलाधिकारी ने होम आइसोलेशन में रह रहे एंटीजेन पाजिटिव लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। इसकी मानिटरिग भी की जा रही है। पिछली बार के कोरोना काल में खरीदे गए थर्मल स्कैनर व पल्स आक्सीमीटर से जांच के लिए निगरानी समितियों को लगाया गया है। इसकी मानिटरिग शुरू की गई है। जहां भी लापरवाही मिलेगी कार्रवाई होगी।

- रामसिंह वर्मा, सीडीओ।

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