कोपागंज में 23 गांवों के प्रधान हैं स्नातक

पढ़े-लिखे प्रधान इस बार गांवों की तकदीर बदलेंगे। कोपागंज

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 04:58 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 04:58 PM (IST)
कोपागंज में 23 गांवों के प्रधान हैं स्नातक
कोपागंज में 23 गांवों के प्रधान हैं स्नातक

जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : पढ़े-लिखे प्रधान इस बार गांवों की तकदीर बदलेंगे। कोपागंज ब्लाक के 77 ग्राम सभाओं में से 53 में प्राइमरी से लेकर इंटर पास प्रधान गांवों की सरकार चलाएंगे। 23 गांवों के प्रधान स्नातक और स्नातकोत्तर पास हैं। पंचायतों में पढ़े-लिखे सदस्य निर्वाचित हुए हैं। हालांकि गांव कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी योग्यता छुपाई है। चुनाव में विजयी हुए प्रत्याशियों ने अपनी शिक्षा को सार्वजनिक नहीं किया। इन सभी ने शिक्षा में अन्य श्रेणी को चुना है। 2015 के सापेक्ष इस बार गांवों में पढ़े-लिखे प्रधानों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। निरक्षर प्रधानों की संख्या में काफी कमी आई है। पूरे ब्लाक में केवल एक निरक्षर प्रधान विजयी हुआ है। हालांकि अधिकांश प्रधान की प्राइमरी स्तर शिक्षा होने के बावजूद गांव के लिए कुछ नया करने का जज्बा है। सभी गांव के लिए कुछ नया करने का दावा कर रहे हैं। विकास खंड कोपागंज में कुल 77 ग्राम पंचायत हैं। 77 ग्राम सभाओ में सात ग्राम प्रधान परास्नातक, 16 ग्राम प्रधान स्नातक, 12 इंटरमीडिएट, 15 हाईस्कूल, पांच जूनियर हाईस्कूल और 21 ग्राम प्रधानों की शिक्षा मात्र प्राइमरी स्तर तक है। केवल एक ग्राम प्रधान निरक्षर हैं। ग्राम पंचायत अब्बूपुर के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान कलावती देवी पूरे विकास खंड के एकमात्र ऐसी प्रधान है जो आशिक्षित हैं। कलावती देवी का कहना है कि वह अपने कार्यकाल में गांव की दशा बदलने का प्रयास करेंगे। बारा के प्रधान जीतेंद्र, जरामगढ़ के अजय कुमार भरद्वाज, खुखुंदवा की नम्रता राय, भदसा मानोपुर जयप्रकाश, कुतुबपुर के अरविद यादव, कोइरियापार के गुलाब और फैजुल्लाहपुर के बबलू राय गांव की तस्वीर बदलने के लिए पूरा रोड मैप तैयार कर रहे हैं।

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