चौतरफा बह रही आस्था की बयार, जय माता दी

जागरण संवाददाता मऊ कोरोना के लाख संक्रमण के बावजूद देवी मां की आस्था में कहीं से कमी

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 06:06 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:29 PM (IST)
चौतरफा बह रही आस्था की बयार, जय माता दी
चौतरफा बह रही आस्था की बयार, जय माता दी

जागरण संवाददाता, मऊ : कोरोना के लाख संक्रमण के बावजूद देवी मां की आस्था में कहीं से कमी नहीं आई है। चौतरफा आस्था की बयार बह रही है। भक्त देवी मां का दर्शन कर कोरोना से मुक्ति की दुआएं मांग रहे हैं। जनपद में चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा श्रद्धा के साथ की गई। शहर के शीतला मां का मंदिर भव्य सजावट किया गया है। यहां का माहौल बरबस लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। मां के जयकारे से पूरा माहौल ही भक्ति मय हो गया है। घरों में कलश स्थापना कर भव्य रूप से मां का पूजन अर्चन किया जा रहा है। सुबह-शाम मां की आरती में भक्त शारीरिक दूरी का पालन कर रहे है।

चौबेपुर गांव स्थित कामनेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी कृष्णानंद उपाध्याय के अनुसार मां कूष्मांडा की क्रांति और आभा सूर्य के समान हैं। जब सृष्टि नहीं थी तब देवी के इसी स्वरूप ने ही सृष्टि का विस्तार किया। मां का यह स्वरुप अन्नपूर्णा का है। शाकुंभरी रूप धर देवी ने शाक से धरती को पल्लवित किया और सताक्षी बनकर असुरों का संहार किया। यह प्रकृति और पर्यावरण की अधिष्ठात्री हैं। कूष्मांडा देवी की अराधना से बिना जप और ध्यान संपूर्ण नहीं होते। नवरात्र के चौथे दिन शाक, सब्जी और अन्न दान फलदायी है। माता के इस रूप में तृप्ति और तुष्टि दोनों है। इसके अलावा मां वनदेवी धाम, दोहरीघाट स्थित मातेश्वरी धाम, कोरौली दुर्गा मंदिर, मधुबन के मां शारदा पीठ मैहर मंदिर, मां कोयल मर्याद भवानी मंदिर, अमिला, फातिमा चौक स्थित मां दुर्गा मंदिर, मां सिद्धेश्वरी मंदिर पर सुबह छह बजे से श्रद्धालु जुट जा रहे हैं और पूजन र्चन शुरू हो जा रहा है। यहां शारीरिक दूरी व सैनिटाइजर की व्यापक व्यवस्था की गई है। बिना मास्क के कोई मंदिरों में भी प्रवेश नहीं कर पा रहा है।

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