मेराज के घर का बुझ गया चिराग
जागरण संवाददाता घोसी (मऊ) सोमवार की शाम दो दोस्तों संग आजमगढ़ के मुबारकपुर गए 17 वर्षी
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : सोमवार की शाम दो दोस्तों संग आजमगढ़ के मुबारकपुर गए 17 वर्षीय पुत्र फैज देर रात तक वापस नहीं आए तो पिता मेराज एवं मां रुबीना चिंतित हो उठे। सुबह वापसी का इंतजार कर रहे थे। उन्हें क्या पता था कि उनके घर का चिराग तो रात में ही बुझ गया है।
मंगलवार की अलसुबह मदापुर के हुसेंपुरा निवासी मेराज अहमद को पुत्र फैज सहित उसके दो मित्रों की मार्ग दुर्घटना में मौत होने की सूचना मिली तो सुध-बुध खो बैठे। नगर के करीमुद्दीनपुर निवासी नसीम के बड़े पुत्र कलीम एवं अनीस मल्लू सुर्ती वाले के पुत्र आसिफ राजा संग फैज की गहरी दोस्ती था। कलीम की बुआ नबीला मुबारकपुर के नेवादा में ब्याही हैं,उनकी पुत्री का 28 अक्टूबर को निकाह होना है। कलीम अपने मित्रों फैज एवं आसिफ राजा संग बाइक से बुआ को पैसे देने गए थे।
बुआ के घर से वापसी में मुहम्मदाबाद गोहना-मुबारकपुर मार्ग पर दरियाबाद पुल के समीप बाइक सामने से आ रहे बडे़ वाहन से बचने के प्रयास में सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गई। तीनों दोस्तों के सिर में गहरी चोट आई। तीनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
देर रात घटना होने से किसी की नजर नहीं पड़ी। सुबह घटना की जानकारी मिलते ही तीनों के स्वजन आजमगढ़ रवाना हो गए। मृत 17 वर्षीय फैज मां-बाप की इकलौता पुत्र था। दोनों बहनें अभी छोटी हैं। वह नगर के सर्वोदय इंटर कालेज में 11 वीं का छात्र था। मृदुभाषी स्वभाव के इस किशोर की मौत की सूचना मिलते ही सभी को मानो काठ मार गया।
पूरे मोहल्ले में शोक की लहर फैल गई। दुर्घटना में मृत कलीम पांच भाइयों में सबसे बड़ा था और साड़ी का व्यवसाय करता था। बेटे की मौत की सूचना पर पिता नसीम ने आपा खो दिया। उनकी हिम्मत न हुई बेटे का शव देखने की। भाई मुश्ताक संग किसी तरह घटनास्थल पर पहुंचे। आसिफ रजा पांच भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। तीनों ही अविवाहित थे। बहरहाल एक साथ तीन युवकों की मौत से पूरा नगर शोकाकुल है।