प्रतिमा विसर्जन जुलूस में मारपीट, तीन घायल
जागरण संवाददाता कोपागंज/पूराघाट (मऊ) कोपागंज नगर पंचायत अंतर्गत पंडालों में स्थापित दुर्गा
जागरण संवाददाता, कोपागंज/पूराघाट (मऊ) : कोपागंज नगर पंचायत अंतर्गत पंडालों में स्थापित दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस में डांस को लेकर शनिवार की देर रात जमकर मारपीट हुई। चौक से उत्तर की तरफ युवकों ने हमला बोल दिया। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। मारपीट में कई लोग घायल हो गए। इससे आक्रोशित दुर्गा पूजा समिति के लोगो ने विसर्जन रोक दिया और मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग करने लगे। इस मामले में सीओ के निर्देश पर पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए तीन नामजद व 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद विसर्जन जुलूस आगे बढ़ा।
कस्बा की जनकल्याण दुर्गा मूर्ति समिति के लोग शनिवार की रात लगभग तीन बजे जनपद मुख्यालय विसर्जन के लिए प्रतिमा लेकर जा रहे थे। अभी वह चौक से आगे बढ़े ही थे कि दोस्तपुरा सोनकर बस्ती के डेढ़ दर्जन से अधिक युवक वहां आ गए और डांस कर रहे रितेश गुप्ता, अमित जायसवाल, अभिमन्यु जायसवाल से उलझ गए। मना करने पर युवकों ने तीनों को बुरी तरह मारपीट कर घायल कर दिया। जब तक लोग कुछ समझ पाते सभी भाग गए। लोगों ने घायलों को इलाज के लिए सीएचसी भेजा। इसमें रितेश के चेहरे पर गंभीर चोट लगने के कारण डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
घटना के बाद नाराज लोगों ने जनकल्याण दुर्गा समिति सहित सभी मूर्तियां भरत-मिलाप पर रोक दी और विसर्जन न करने का निर्णय समिति के सदस्यों ने लिया। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सुदेश सिंह भी मौके पर पहुंच गए। लोगों ने मनबढ़ों को पकड़ने और उनके खिलाफ मुकदमा लिखने पर अड़ गए। पुलिस ने तीन नामजद 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। आनन फानन में विनोद सोनकर उर्फ मेटी को गिरफ्तार कर लिया जबकि अन्य भाग गए। पुलिस सभी की गिरफ्तारी को लेकर दबिश दे रही है। -------------------- पुलिस की सुरक्षा पर उठाए सवाल कोपागंज : दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान पुलिस प्रशासन की सुरक्षा को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। आरोप है कि पूजा पंडालों में केवल होमगार्डों की ड्यूटी लगाई गई थी जबकि शनिवार को दुर्गा विसर्जन के दौरान होने वाले कार्यक्रम को लेकर पुलिस की कोई विशेष सुरक्षा न होने से शरारती तत्वों ने करीब आधे घंटे तक जमकर बवाल मचाया।
पुलिस वहां तमाशाबीन बनी रही। कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा व्यवस्था की नाकामी की हद तब हो गई जब शरारती तत्वों ने तमाशाबीन बने एक पुलिस के हाथ से डंडे छीनकर मारने के लिए दौड़ा लिया। हालांकि थोड़ी देर बाद मौके पर जब पुलिस के जवान पहुंचे तो आरोपी वहां से फरार हो गए। समिति के लोगों ने आरोप लगाया कि विसर्जन जुलूस के दौरान पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था काफी ढीली रही। इसकी वजह से विसर्जन जुलूस के दौरान शरारती तत्वों का मनोबल बढ़ता गया।