अस्पताल का पंजीकरण किसी और के नाम, चला रहा कोई और
अभी कुछ दिन पहले पूरे प्रदेश में अनामिका शुक्ला का नाम चर्चा का विषय बना हुआ था जिसका मूल कारण था कि उसके नाम पर सूबे में कई जगह शिक्षा विभाग में अनेक महिलाए नौकरी कर रही थी। जबकि वास्तविक अनामिका शुक्ला पूरे मामले से अनभिज्ञ थी।
जागरण संवाददाता, मऊ : शहर के पुरानी तहसील के समीप स्थित एक अस्पताल का पंजीकरण दूसरे के नाम पर है जबकि इसे संचालित कोई और कर रहा है। फूलन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल निषाद ने यह मामला जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी व सीएमओ डा. सतीश चंद्र के समक्ष उठाया। इस पर सीएमओ ने जांच टीम गठित कर दी है।
डीएम व सीएमओ को दिए गए पत्रक में फूलन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि चिकित्सक को भगवान का दर्जा दिया जाता है लेकिन कुछ लोग ऐसे है जो घृणित कार्य कर पूरे समाज में चिकित्सकों को बदनाम कर रहे है। शहर के पुरानी तहसील पर स्थित एक अस्पताल वर्तमान समय में एक मैनेजर की देखरेख में चल रहा है। इस अस्पताल का पंजीकरण दूसरे डाक्टर के नाम है। यही नहीं मेडिकल कौंसिल में वाराणसी के हेरिटेज अस्पताल में तैनात एक डाक्टर के नाम पर पंजीकरण है। इस संबंध में वाराणसी के हेरिटेज अस्पताल में तैनात डाक्टर से जब बात की गई तो उन्होंने पंजीकरण के प्रयोग पर पूरी तरह अनभिज्ञता जताई। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीशचंद्र सिंह ने कहा कि शिकायत के आधार पर जांच के लिए अपर मुख्य चिकित्सक डा. अमर सिंह के निर्देशन में कमेटी गठित कर दी गई है। जल्द ही दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।