जीरोटिल मशीन से गेहूं की बोवाई बढ़ाएगा उत्पादन

जागरण संवाददाता मऊ धान के खेत में किसान बिना जोताई किए सीधे जीरो टिल सुपर सीडर मशीन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 04:19 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 04:19 PM (IST)
जीरोटिल मशीन से गेहूं की बोवाई बढ़ाएगा उत्पादन
जीरोटिल मशीन से गेहूं की बोवाई बढ़ाएगा उत्पादन

जागरण संवाददाता, मऊ : धान के खेत में किसान बिना जोताई किए सीधे जीरो टिल सुपर सीडर मशीन से लाइन में गेहूं की बोवाई कर सकते हैं। इससे फसल अवशेष खेत में सड़ने से मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ने के साथ ही बीज, खाद एवं पानी की मात्रा कम लगेगी। बोवाई के समय दी गई खाद का भरपूर लाभ भी पौधों को मिलेगा।

किसान इस विधि से बोवाई करके कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। धान की लंबी अवधि की प्रजातियों की कटाई के बाद तराई या सिचित क्षेत्रों में अधिक नमी होने के कारण जोताई करके खेत की तैयारी कर बोवाई करने में विलंब हो जाता है। इससे उत्पादन घट जाता। ऐसी दशा में धान की फसल काटने के बाद खड़े फसल अवशेष में बगैर जोताई किए मशीन से लाइन में बोवाई करने से कृषि निवेशों की बचत होती है। इसके साथ ही सवा गुना ज्यादा उत्पादन भी प्राप्त होता है। परती खेतों में बोवाई करने से सिचाई जल की बचत होगी तथा खरपतवार भी कम निकलेंगे। लाइन में बोवाई करने पर बीज एक निश्चित गहराई और दूरी पर गिरता है। एक एकड़ के लिए 40 किग्रा गेहूं का बीज और 50 किग्रा डीएपी लगती है। लाइन में बोवाई करने से खाद एवं बीज सही जगह और उचित मात्रा में गिरता है। इसलिए उत्पादन बढ़ जाता है। बोवाई पांच सेंटीमीटर गहराई पर होती है। इसलिए जड़ों का विकास अच्छा होता है। फरवरी में जब गर्म हवाएं चलती हैं तो सिचाई करने पर फसल गिरती नहीं है। इतना ही नहीं लाइन में बोवाई करने से अन्य शस्य क्रियाएं जैसे निराई-गुड़ाई मे भी आसानी हो जाती हैं। प्रति हेक्टेयर पांच हजार लागत में कमी लाते हुए बेहतर उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।

सुपर सीडर मशीन से गेहूं की बोवाई करने से किसान को अतिरिक्त मेहनत से बचना पड़ जाएगा और उत्पादन भी बेहतर होगा। ऐसे में किसान अपने समय का सदुपयोग करते हुए अधिक से अधिक बोवाई कर अपना योगदान दें।

-डा. एलसी वर्मा, कृषि विज्ञान केंद्र पिलखी।

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