65 लाख की लागत से 211 किमी नहरों के सिल्ट की होगी सफाई
जागरण संवाददाता मऊ जनपद 211 किलोमीटर लंबी दोहरीघाट पंप कैनाल की सिल्ट सफाई के लिए
जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद 211 किलोमीटर लंबी दोहरीघाट पंप कैनाल की सिल्ट सफाई के लिए लगभग 65 लाख रुपये खर्च किए जाने है। सितंबर व अक्टूबर माह की शुरूआत में हुई मूसलधार बारिश के चलते खेतों सहित नहरों में पानी लगा हुआ है। जलभराव के चलते दो दर्जन जगहों पर नहरें डैमेज हैं। हालांकि प्रदेश सरकार का 15 अक्टूबर से 30 नवंबर तक अभियान चलाकर नहरों की सिल्ट सफाई का आदेश है। इधर नहरों में पानी होने से अक्टूबर माह में सिल्ट सफाई करना मुमकिन नहीं है। सिचाई विभाग नवंबर माह में ही इसकी शुरूआत करेगा। फिलहाल सिल्ट सफाई आदि के लिए टेंडर आदि की प्रकिया पूरी जा रही है।
जनपद में दोहरीघाट पंप कैनाल व शारदा सहायक नहर मुख्यत: सिचाई के साधन हैं। हालांकि कई वर्षों से शारदा सहायक नहर में नियमित पानी नहीं आ रहा। किसी वर्ष एकाध दिन के लिए पानी दे दिया जाता है। शारदा सहायक नहर में पानी नहीं आने से प्रतिवर्ष दोहरीघाट पंप कैनाल से ही इन नहरों में पानी छोड़ा जाता है। इधर, रबी सीजन में फसलों की सिचाई प्रबंधन के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जलशक्ति मंत्री ने करोड़ों रुपये भी अवमुक्त कर दिए हैं। ताकि नहरों की ससमय सिल्ट-सफाई कर किसानों को पानी उपलब्ध कराया जा सके। हालांकि वर्तमान हालात बिल्कुल विपरित हैं। सितंबर माह व अक्टूबर माह की शुरूआत में हुई मूसलधार बारिश के चलते नहरों में पानी भरा हुआ है। ऐसे में सिल्ट-सफाई करना आवश्यक हो गया है। नहरें झाड़-झंखाड़ व सिल्ट से पटी पड़ी है। अब रबी सीजन को देखते हुए शासन ने सभी नहरों को साफ करने के आदेश जारी किए हैं।
अभी तक नहर व उसके कुलाबों में पानी भरा है। ऐसे में नवंबर माह से ही सिल्ट-सफाई कराना संभव हो पाएगा। कहां सिल्ट सफाई कराना है, कहां नहरें डैमेज हैं इसका चिहंकन कराया जा रहा है। कोशिश है कि ससमय किसानों को सिचाई के लिए पानी उपलब्ध हो जाए।
- विरेंद्र पासवान, अधिशासी अभियंता सिचाई विभाग।