31 जुलाई तक पूरी तरह बंद किए जाने की उठाई मांग

जागरण संवाददाता मऊ शिक्षक समस्याओं व कोरोना वायरस से बचाव संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर जूनियर शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल सीआरओ हंसराज यादव से मिला। उन्हें अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा को संबोधित मांगों का ज्ञापन सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 04:49 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 04:49 PM (IST)
31 जुलाई तक पूरी तरह बंद किए जाने की उठाई मांग
31 जुलाई तक पूरी तरह बंद किए जाने की उठाई मांग

जागरण संवाददाता, मऊ : शिक्षक समस्याओं व कोरोना वायरस से बचाव संबंधित विभिन्न मांगों को लेकर जूनियर शिक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल सीआरओ हंसराज यादव से मिला। उन्हें अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा को संबोधित मांगों का ज्ञापन सौंपा।

डा. भारती ने कहा कि कोरोना वायरस के संकट से पूरा विश्व प्रभावित है। इसका बचाव ही इलाज है। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आज प्रदेश के सभी विद्यालय खोलते हुए शिक्षकों को विद्यालय में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है जबकि अनलॉक-2 के अंतर्गत 31 जुलाई तक बंद करने का आदेश है। शिक्षकों द्वारा इस महामारी में भी अपने बालक केंद्रित शिक्षा संबंधित दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है। विद्यालय आने-जाने से संक्रमण का खतरा लगातार बना हुआ है। निश्चित रूप से विभागीय व व्यक्तिगत हितों से ऊपर है। समाज और देश हित में है। इसलिए संक्रमण के रोकथाम के लिए आवश्यक है कि भारत सरकार एवं गृह विभाग द्वारा आदेशानुसार 31 जुलाई तक विद्यालयों को पूर्णत: बंद करना उचित होगा। महामंत्री अनवारूल हक ने कहा कि अपर मुख्य सचिव के आदेश को निरस्त करना आवश्यक है। इससे शिक्षक घर रहकर ऑनलाइन शिक्षण कर सके। सच्चिदानंद यादव ने कहा कि अभी कोई भी विद्यालय सैनिटाइज नहीं किया गया है। साथ ही शिक्षिकाओं को बसों में आने जाने से कोरोना वायरस से संक्रमण होने का खतरा है। इसलिए नियंत्रण होने अथवा 31 जुलाई तक विद्यालय बंद होना चाहिए। इसमें अनवारूल हक, सच्चिदानंद यादव, रिजवान अहमद, प्रसेनजीत गौतम, संदीप कुमार, अनुज भारती आदि उपस्थित थे।

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