कहर बरपाने पर आतुर सरयू, बढ़ा कटान का खतरा
सरयू नदी अब एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दी है
जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : सरयू नदी अब एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दी है। रविवार को नदी के जलस्तर में जहां पांच सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई वहीं कटान का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। नदी की बैकरोलिग के चलते शीतला माता मंदिर के कटान का खतरा बढ़ गया है। दूसरी तरफ मधुबन के बिदटोलिया में नदी तेजी से कटान कर रही है। इसकी वजह से बिदटोलिया गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।
रविवार को गौरी शंकर घाट पर जलस्तर 69.75 मीटर पर पहुंच गया है। यह खतरा बिदु से 15 सेंटीमीटर नीचे है। औराडांड़ पर खतरा बिदु से 16 सेमी ऊपर नदी बह रही है। यहां का खतरा बिदु 70.40 मीटर है। नदी का जलस्तर 70.65 मीटर पर है। कीर्तिपुर और रामपुर के धनौली के समीप तेजी से कटान हो रही है। ब्रह्मचारी बाबा के कुटी के सामने रेती को नदी काअ रही है। महुला-गढ़वल बंधा के समीप रामपुर की तरफ नदी भूमि को काट रही है जबकि नदी की धारा रोकने के लिए ठोकर बनाए गए हैं। ब्रह्मचारी बाबा के कुटी के सामने 20 एकड़ खेती योग्य भूमि नदी की धारा तेजी से काट रही है। कीर्तिपुर के समीप भी नदी कटान हो रही है। बाढ़ खंड आजमगढ़ द्वारा बंधा की सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं फिर भी नदी नवली कीर्तिपुर रामपुर के समीप काटकर आगे बढ़ रही है। बाढ़ खंड आजमगढ़ द्वारा किसी प्रकार का कोई बचाव का नहीं किया जा रहा है। मौके पर मात्र कुछ बोरी रखी गई है जो दिखावा साबित हो रही है। दोहरीघाट में नवली से लगाकर श्मशान घाट तक नदी के निशाने पर कृषि योग्य भूमि है। नदी का पानी घटने से लार्मी तारनपुर, रामपुर धनौली, पतनई, पाउच, कुरावली आदि गांवों में पानी रूक गया है। इसकी वजह से किसानों की सैकड़ों की एकड़ फसल भी बर्बाद हो गई है। सारी फसलें में पानी में डूबकर सड़ गई हैं।