धान की रोपाई में बारिश बनी संजीवनी

गुरुवार देर रात से हो रही बारिश से जहां किसानों के चेहरों पर खुशी देखी गई। वहीं अन्य कार्यों में बारिश ने बाधा डाल दिया। ठेला रिक्शा चलाकर जहां दो वक्त की रोटी जुटाने में गरीब मजदूर कड़ी मेहनत करता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 08:37 PM (IST) Updated:Sun, 07 Jun 2020 06:12 AM (IST)
धान की रोपाई में बारिश बनी संजीवनी
धान की रोपाई में बारिश बनी संजीवनी

जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) : गुरुवार देर रात से हो रही बारिश से जहां किसानों के चेहरों पर खुशी देखी गई। इससे किसानों द्वारा रोपाई की जाने वाली धान की फसल में यह बारिश संजीवनी साबित हुई है। वही गरीब मजदूर अपना व अपने परिवार का पेट पालने के लिए इस बारिश में भीग कर कड़ी मेहनत करते हुए नजर आए। कोरोना वायरस संक्रमण से गरीब मजदूरों  के पास पैसे नहीं हैं। लॉकडाउन खुलने के बाद अब गरीब मजदूर दो पैसे की लालच में इधर-उधर कड़ी मेहनत व दिहाड़ी मजदूर मजदूरी के लिए परेशान है। इसी के साथ-साथ यह बारिश ने उन लोगों को रुला दिया। जिनके पास सोने व बैठने के लिए छत नहीं थी। झोपड़ी में रहने वाले लोग रात भर जागते रहे। 

chat bot
आपका साथी