टड़ियाव अस्पताल में बनेगा आरपीटीसीआर लैब

कोरोना संक्रमण से टूटती सांसों की डोर बचाने के लिए शासन-प्रशासन न

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 04:56 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 04:56 PM (IST)
टड़ियाव अस्पताल में बनेगा आरपीटीसीआर लैब
टड़ियाव अस्पताल में बनेगा आरपीटीसीआर लैब

जागरण संवाददाता, मऊ : कोरोना संक्रमण से टूटती सांसों की डोर बचाने के लिए शासन-प्रशासन ने पूरी तरह से अपनी ताकत झोंक दी है। पूरे जनपद में युद्धस्तर पर जहां आक्सीजन प्लांट का खाका खींचा जा रहा है वहीं कोपागंज के टड़ियांव अस्पताल में प्लांट के अलावा आरटीपीसीआर लैब भी बनाया जाएगा। ताकि कोरोना संक्रमितों की जांच आसानी से हो सके। इसके लिए सरकार के अलावा प्राइवेट संस्थाएं भी आगे आ गई हैं। प्रशासन के सहयोग पर टोरंटों गैस कंपनी ने अपनी हामी भर दी हैं। जिलाधिकारी व सीएमओ द्वारा आरटीपीसीआर लैब के लिए जमीन भी चिह्नित कर ली गई हैं। जल्द ही यहां निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

कोरोना संक्रमण से असमय लोगों की सांसे टूट रही हैं। हर तरफ चीख व चीत्कार गूंज रही है। अस्पतालों के सभी बेड भरे पड़े हैं। अस्पतालों के बाहर लोग दम तोड़ रहे हैं। आक्सीजन को लेकर मारामारी की स्थिति है। कहीं भी आक्सीजन मिलना आसान नहीं रह गया है। ऐसे में गरीब लोग आक्सीजन के लिए छटपटा रहे हैं। ऐसे दौर में शासन-प्रशासन ने सबको आक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए कमर कस लिया है। सबसे पहले मुहम्मदाबाद गोहना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मिनी आक्सीजन प्लांट के लिए जमीन चिह्नित की गई है। यहां क्षेत्रीय विधायक श्रीराम सोनकर ने अपनी विधायक निधि से 25 लाख रुपये दिए हैं। यहां आनलाइन टेंडर भी जारी कर दिया गया है। 17 मई को इसकी खोलने की तिथि निर्धारित की गई है। जिला चिकित्सालय में पीएम फंड से आक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। इसके लिए भी जमीन चिह्नित कर ली गई है। एल-टू अस्पताल में चीनी उद्योग व गन्ना विकास विभाग की तरफ से आक्सीजन प्लांट लगाने की मंजूरी दे दी गई है। यह विभाग हर जिले में अपना प्लांट स्थापित कर रहा है। इसी प्रकार टोरंटो गैस कंपनी टडियांव अस्पताल में करोड़ों की लागत से आरटीपीसीआर लैब व आक्सीजन प्लांट बैठाने की सहमति दे दी है। जिलाधिकारी खुद यहां का निरीक्षण कर अमली जामा पहना चुके हैं। कुल मिलाकर पांच स्थानों पर आक्सीजन प्लांट बैठाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसका कार्य भी युद्धस्तर पर शुरू होने की उम्मीद हैं। अगर यह प्लांट बैठा दिए जाएंगे और पीजीआई चक्रपानपुर का प्लांट चालू हो जाएगा तो जनपद में आक्सीजन की कोई कमी नहीं रह जाएगी।

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जीवन अनमोल है। एक महीने के अंदर कोरोना ने बड़ी से बड़ी हस्तियों को लील लिया है। पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में शासन-प्रशासन अब सांसों की डोर को बचाने में जुटा हुआ है। हर घर से खुशियां आनी चाहिए। चीख व चीत्कार बंद होकर पुरानी स्थिति में लौटने की भरसक कोशिश की जा रही है। जल्द ही जिले के लोगों को आक्सीजन की किल्लत से छुटकारा मिल जाएगा।

-अमित सिंह बंसल, जिलाधिकारी।

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