मात्र 30 बसों से खिची जा रही है रोडवेज की व्यवस्था

जागरण संवाददाता मऊ इस वक्त मात्र 30 बसों का संचालन कर किसी तरह से रोडवेज की गाड़ी खिचत

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 04:42 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 04:42 PM (IST)
मात्र 30 बसों से खिची जा रही है रोडवेज की व्यवस्था
मात्र 30 बसों से खिची जा रही है रोडवेज की व्यवस्था

जागरण संवाददाता, मऊ : इस वक्त मात्र 30 बसों का संचालन कर किसी तरह से रोडवेज की गाड़ी खिचती नजर आ रही है। करीब आठ बसें खराब होने की वजह से वर्कशाप में खड़ी कर दी गई हैं। 11 बसों को चालक व परिचालकों की कमी की वजह से नहीं संचालित कराया जा रहा है। बसों की कमी की वजह से प्रतिदिन गोरखपुर व गाजीपुर रूट पर यात्रियों की फजीहत हो रही है। इसके बावजूद कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है। कई बार विभाग की तरफ से निगम को लिखा गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। केवल खटारा बसों को चलाकर कमाई का दबाव बनाया जा रहा है।

मऊ रोडवेज पर कुल 49 बसें हैं। इनको चलाने के लिए मात्र 77 चालक व 79 परिचालक तैनात हैं। यहां चालक के 34 व परिचालक के 33 पद रिक्त चल रहे हैं। यहां का प्रति माह लक्ष्य 5.26 लाख रुपये हैं। डिपो की आठ बसें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं। किसी का ब्रेक, किसी की स्टेयरिग तो किसी का एक्सीलेटर ही काम नहीं कर रहा है। इसकी वजह से इसको वर्कशाप पर खड़ा कर दिया गया है। यहीं नहीं यहां की एक एसी बस को छोड़ दिया जाए तो सभी बसें आठ से दस लाख किलोमीटर तक चल चुकी हैं। यानी हर गाड़ी का मेंटीनेंस जरूरी है। निगम की तरफ से मेंटीनेंस की सामग्री नहीं भेजी जा रही है। इधर स्टाफ की कमी से ठीक बसें भी वर्कशाप में खड़ी कर दी गई हैं। यही नहीं एसी बस भी आएदिन जगह-जगह खड़ी हो जा रही है। इसे भी रूटीन चलाना मुश्किल हो गया है। कुल मिलाकर निगम की तरफ से बसों के मेंटीनेंस पर कोई खर्च नहीं किया जा रहा है। केवल रेवेन्यू पर ज्यादा फोकस है। बसों के मेंटेनेंस पर फोकस नहीं है। इसकी वजह से बसें जगह-जगह खड़ी हो रही है। इससे यात्रियों की फजीहत जहां बढ़ रही है वहीं रोडवेज का दिवाला निकल रहा है। निगम को कई बार लिखा गया लेकिन पर्याप्त मेंटीनेंस सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। इसकी वजह से आएदिन बसें खराब हो जा रही हैं। स्टाफ भी कम है। इससे सारी बसों को चलाया नहीं जा पा रहा है। इससे विभाग को नुकसान उठाना पड़ रहा है। सभी रूटों पर बसें भी नहीं चल पा रही हैं। इसकी वजह से यात्रियों को दिक्कत हो रही है।

-रमेश कुमार सिंह, एआरएम मऊ।

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