लाल निशान से ऊपर उफन रही नदी, बंधों पर बढ़ा दबाव

जागरण संवाददाता दोहरीघाट (मऊ) सरयू नदी का जलस्तर पिछले 48 घंटे से स्थिर है। जलस्तर म

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 08:54 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 08:54 PM (IST)
लाल निशान से ऊपर उफन रही नदी, बंधों पर बढ़ा दबाव
लाल निशान से ऊपर उफन रही नदी, बंधों पर बढ़ा दबाव

जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : सरयू नदी का जलस्तर पिछले 48 घंटे से स्थिर है। जलस्तर में वृद्धि नहीं होने से तटवर्ती इलाकों में लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि अभी बाढ़ का खतरा टला नहीं है। नदी अभी भी लाल निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। नदी में तीन-चार दिनों से आए उफान के चलते चिउटीड़ाड रिग बंधा व बीबीपुर-बेलौली बंधे पर पानी का दबाव बढ़ने लगा है। अब अगर जलस्तर में बढ़ाव होता है तो नगर के तीन निचले मोहल्लों सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुसने लगेगा। अभी तक बाढ़ का पानी गांवों के सिवान में फैला हुआ है।

मंगलवार की शाम चार बजे गौरीशंकर घाट पर जलस्तर लाल निशान से 10 सेंटीमीटर अधिक 70.00 मीटर पर बना रहा। इससे तटवर्ती गांवों में लोगों की नींद उड़ी हुई है। वहीं तटवर्ती इलाकों की सैकड़ों एकड़ फसल पानी में पूरी तरह से डूबी हुई है। कस्बे में भी नदी का पानी घुसने की आशंका से लोग भयभीत हैं क्योंकि नदी का जलस्तर खतरा निशान से ऊपर है। खतरा बिदु पार करते ही नगर के भगवानपुरा, मल्लाहटोला व अनुसूचित बस्ती में बाढ़ का पानी घुस आता है। नदी उफान से जहां नगर की ऐतिहासिक धरोहरों मुक्तिधाम, भारत माता मंदिर, दुर्गा मंदिर, खाकी बाबा की कुटी, डीह बाबा का मंदिर, लोक निर्माण का डाक बंगला, हनुमान मंदिर और शाही मस्जिद पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं तटवर्ती इलाके धनौली, रामपुर, नई बाजार, नवली, चिउटीडांड, पतनई, सरया, बीबीपुर, कोरौली, बेलौली, महुआबारी, ठीकरहिया, रसूलपुर, सूरजपुर आदि गांवों के तटवर्ती क्षेत्रों में पानी घुसने की आशंका से लोग चिंतित हैं।

अधीक्षण अभियंता ने देखा तबाही का मंजर

दोहरीघाट : सरयू नदी की बाढ़ से तटवर्ती इलाकों की तबाही का मंगलवार को अधीक्षण अभियंता सिचाई खंड बलिया भानुप्रताप सिंह ने निरीक्षण किया। उन्होंने श्मशान घाट, भारत माता मंदिर, शीतला माता मंदिर, गौरीशंकर घाट पर सिचाई विभाग द्वारा बचाव कार्य का जायजा लिया और अधिकारियों से किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि मुक्तिधाम अति संवेदनशील है। इस पर सिचाई विभाग की पैनी नजर निरंतर रहनी चाहिए। निर्देशित किया कि सिचाई विभाग अलर्ट मोड में रहे, अभी खतरा टला नहीं है। नदी स्थिर होकर दोहरा खतरा उत्पन्न कर सकती है। बिदटोलिया में फिर कटान हुई तेज

मधुबन : मंगलवार को सरयू नदी का जलस्तर स्थिर रहा। हाहानाला रेग्युलेटर पर सुबह 8:00 बजे नदी का जलस्तर 65.80 मीटर रहा। बीते दो दिनों से नदी का पानी नहीं बढ़ रहा है, मगर दूसरी तरफ कटान फिर तेज हो गई है। सुबह नदी किनारे पहुंचे बिदटोलिया गांव के लोग नदी की कटान की रफ्तार को देखकर दंग रह गए क्योंकि पिछले कई दिनों से कटान लगभग रुक गई थी।

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