तमसा नदी में तेजी से हो रहा बढ़ाव, सभी रेग्युलेटर बंद
जागरण संवाददाता मऊ सरयू नदी के बाद अब तमसा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा र
जागरण संवाददाता, मऊ : सरयू नदी के बाद अब तमसा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इससे निचले इलाकों में पानी फैल गया है। सुरक्षा की ²ष्टि से नदी के सभी 10 रेग्युलेटर बंद कर दिए गए हैं। प्रशासन बंधों की सतत निगरानी कर रहा है। नदी का जलस्तर बढ़ने से कोपागंज, परदहा, मुहम्मदाबाद गोहना व रतनपुरा के सैकड़ों एकड़ खेत पानी से डूब गए हैं। निचले इलाकों में कई फीट पानी लग गया है। 2007 के 14 वर्ष बाद एक बार फिर नदी में उफान है। मुहम्मदाबाद गोहना कस्बे में कई घरों में पानी घुस गया है। तमसा का पानी घटने का नाम नहीं ले रहा है। प्रतिदिन जलस्तर बढ़ता जा रहा है।
पिछले दिनों हुई मूसलधार बारिश का असर यह है कि नगर में बह रही तमसा नदी उफना गई है। कई दिनों से लगातार नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। बुधवार को भीटी पीडब्ल्यूडी पुल पर खतरा बिदु 67.36 मीटर के सापेक्ष नदी का जलस्तर 66.05 मीटर दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में पांच सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। बीते 16 सितंबर की रात पूरे प्रदेश में हुई मूसलधार बारिश ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी जमकर तबाही मचाई थी। सड़कों पर पानी भर गया था। इसी तरह अयोध्या, बाराबंकी, आंबेडकर नगर, आजमगढ़ के बारिश के पानी ने तमसा नदी का रूख कर लिया है। वहीं अब नदी का पानी निचले इलाकों में भरने लगा है। इससे कोपागंज का मीरपुर, इकौना, कोटवा कोपड़ा, पुराघाट, नौसेमर, जहनियांपुर, परदहा का बैजापुर, कासिमपुर, सहरोज आदि गांवों के निचले इलाकों के खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। अधिशासी अभियंता सिचाई विरेंद्र पासवान ने बताया कि बारिश का पानी नदी में आ रहा है। इसको देखते हुए सभी रेग्युलेटर बंद कर दिए गए हैं। बंधों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।