रेल रोको आंदोलन बेअसर, कई गिरफ्तार
जागरण संवाददाता मऊ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको आंदोलन सोमवार को बेअसर र
जागरण संवाददाता, मऊ : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको आंदोलन सोमवार को बेअसर रहा। जिला पुलिस के साथ आरपीएफ एवं जीआरपी की टीमों ने वामपंथी दलों एवं संगठनों से जुड़े नेताओं को स्टेशन पर फटकने नहीं दिया। इस दौरान जहां कई नेताओं को उनके घरों पर ही नजरबंद कर दिया गया, वहीं सड़क पर उतरने की कोशिश करने वाले कई नेताओं को गिरफ्तार कर बाद में रिहा कर दिया गया। मऊ जंक्शन की ओर बढ़े भाकियू कार्यकर्ताओं को सर्कुलेटिग एरिया में ही ज्ञापन सौंपकर बाहर जाना पड़ा।
संयुक्त किसान मोर्चा के रामसोच यादव ने कहा कि मोदी सरकार किसान आंदोलन को हिसात्मक बनाने की साजिश रच रही है। लखीमपुर की घटना उसी की कड़ी है। गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का आपराधिक इतिहास है। इन्हीं के इशारे पर लखीमपुर खीरी की घटना की साजिश रची गई। हिसात्मक घटनाओं में शामिल पुलिस, अधिकारी व गृहराज्य मंत्री की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी तक आंदोलन जारी रहेगा। जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन में राम कुमार भारती, अब्दुल अजीम खान, बसंत कुमार, रामजी सिंह, गुफरान, वीरेंद्र कुमार, अनीश खान, जितेंद्र राजभर, समसुलहक चौधरी आदि शामिल थे। उधर, मऊ जंक्शन की सुरक्षा में सिटी मजिस्ट्रेट आशुतोष राय, सीओ सिटी धनंजय मिश्र, शहर कोतवाल डीके श्रीवास्तव, आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंह, जीआरपी एसओ दीपक चौधरी सहित बड़ी संख्या में सिविल एवं रेलवे पुलिस के जवान तैनात थे। इनसेट :
नहीं दिखे आंदोलनकारी
मुहम्मदाबाद गोहना/रतनपुरा : रतनपुरा व मुहम्मदाबाद गोहना के रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, लेकिन एक भी आंदोलनकारी नहीं आया। इसके चलते यहां पर वामपंथी दलों का आह्वान बेअसर दिखा। फोर्स के साथ एसडीएम लालबाबू दुबे उपस्थित थे, लेकिन कोई आंदोलनकारी नहीं आया।
- किसान नेता हुए गिरफ्तार एवं रिहा
जासं, घोसी (मऊ) : भाकपा से जुड़े यूपी किसान सभा के पदाधिकारी शेख हिसामुद्दीन को अपने आवास से आंदोलन के लिए बाहर निकलते ही मधुबन मोड़ के पास कोतवाल संजीव कुमार दुबे ने गिरफ्तार कर लिया। वह जिला मुख्यालय पर आंदोलन में भाग लेने निकले थे। दोपहर बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।