हुनर के सहारे 120 युवतियों को आत्मनिर्भर बना चुकी हैं पुष्पलता

जागरण संवाददाता मऊ टेलर भाई से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ी पुष्पलता आज लोगों के लिए मिसाल ब

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 04:10 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 05:44 PM (IST)
हुनर के सहारे 120 युवतियों को आत्मनिर्भर बना चुकी हैं पुष्पलता
हुनर के सहारे 120 युवतियों को आत्मनिर्भर बना चुकी हैं पुष्पलता

जागरण संवाददाता, मऊ : टेलर भाई से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ी पुष्पलता आज लोगों के लिए मिसाल बन चुकी हैं। अपने हुनर के दम पर अब तक 120 युवतियों को सिलाई-कढ़ाई का निश्शुल्क प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना चुकी हैं। उनके इस कार्य में उनके पति संजय कुमार भरपूर सहयोग कर रहे हैं। संजय बीमा एजेंट का काम करते हैं। पुष्पलता के दो बच्चे हैं।

पुष्पलता मूल रूप से मुहम्मदाबाद गोहना के गालिबपुर की गांव की रहने वाली हैं। उनका मायका जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र में है। उनके बड़े भाई रामानंद सागर जीयनपुर बाजार में टेलर कार्य करते थे। वह घर पर ही कपड़ों की कटिग करते थे। यही देखते-देखते पुष्पलता ने भी ये विधा सीख ली। इसके बाद सिलाई कर भाई के कारोबार में हाथ बंटाने लगीं। शादी के बाद वह भी इसे जारी रखा। पहले गालिबपुर गांव में वह सिलाई-कढ़ाई का कार्य करती थीं, साथ ही गांव की युवतियों को निश्शुल्क सिखाती भी थीं। फिर उन्होंने अधिक से अधिक युवतियों को निश्शुल्क पढ़ाने की ठानी और पति के सहयोग से मुहम्मदाबाद गोहना बाजार स्थित शहीद चौराहे पर किराए पर कमरा लेकर उन्हें सिखाने लगी। उनके हुनर को देखकर दर्जनों महिलाएं उनके यहां सीखने आने लगी।

पुष्पलता का कहना है कि अगर महिलाएं आत्मनिर्भर होकर काम करने लगेगीं तो समाज में उनके प्रति फैली विसंगतियां दूर हो जाएंगी। उनके साथ उत्पीड़न व प्रताड़ना की घटनाएं भी नहीं होंगी।

प्रशिक्षण केंद्र पर ग्रामीण क्षेत्र की अधिकांश महिलाएं ट्रेनिग लेकर अपने घरों पर सिलाई कर रही हैं। इससे न सिर्फ वह अपने घरों के कपड़े सिलकर बचत कर रही हैं बल्कि लोगों के भी कपड़े सिल कर खासी आमदनी कर रही हैं।

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