बारह घंटे तक चली पुलिस की रेड, तीन महिला सहित नौ गिरफ्तार
जागरण संवाददाता मऊ बिहार गोरखपुर एसटीएफ सहित जनपद के दो थानों की पुलिस की संयुक्त ट
जागरण संवाददाता, मऊ : बिहार, गोरखपुर एसटीएफ सहित जनपद के दो थानों की पुलिस की संयुक्त टीम 12 घंटे तक अवैध असलहा फैक्ट्री पर रेड डालकर छापेमारी करती रही। इस दौरान तीन महिला सहित नौ अभियुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ गए लेकिन एक भाग निकला। वह सोनभद्र के घेरावल में अध्यापक है। दोनों भूखंडों से अंतरराज्यीय अवैध पिस्टल, तमंचा व 21 अद्धनिर्मित सहित बड़ी संख्या में तमंचा बनाने का सामान बरामद किया। सभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया। बुधवार को पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान बरामद सामान दिखाया।
उधर, पकड़े गए अभियुक्तों में तनवीर आलम, मोहम्मद खालिद, मो. रियाउल हक, मो. परवेज आलम, रुबीना अंसारी, शबाना खातून, शबनम बानो बिहार राज्य के मुंगेर जिले के निवासी हैं। ये कई वर्षों से मऊ के रघुनाथपुरा में अपना निजी मकान बनाकर रहते थे। इसके अलावा बिहार के नायनगर भागलपुर निवासी मो. रिजवान अंसारी, मऊ कोतवाली के तिवारी टोला निवासी मो. लियाकत अली भी शामिल है। भागने वाला आरोपित बिहार के कासिमबाजार मुंगेर के हजरतगंज गांव निवासी तबरेज है। इसकी नियुक्ति सोनभद्र के घोरावल में अध्यापक के पद पर है। एसपी के अनुसार 12 साल पहले सगे भाई तनवीर व तबरेज ने यहां की सगी बहनों शबाना और शबनम से शादी की। इसके बाद दक्षिणटोला थाना के प्यारेपुरा में शबाना व कोतवाली के रघुनाथपुरा में शबनम परिवार संग अपना मकान बनवाकर रहती थीं। मकान बनवाते ही दोनों ने भूखंड बनवा लिया था। तभी से इनका कारोबार चल रहा था। पूछताछ में बताया कि बीच में इन लोगों ने पांच साल तक काम नहीं किया। यह लोग पुणे चले गए थे। वहां से आने के बाद फिर से कारोबार शुरू कर दिया। यहां से दोनों महिलाएं 20-20 पैकेट अर्धनिर्मित असलहा सामान के बीच रखकर 15-20 दिन में मुंगेर बिहार लेकर जाती थीं। यहां मुंगेर निवासी सज्जाद व अन्य सहयोगियों को देती थीं। यहां सज्जाद अर्धनिर्मित असलहा पूर्ण कर 20 से 25 हजार रुपये में बेचता था।