जांच में गर्दन फंसती देख भाग रहे पैक्सफेड के अधिकारी, अभिलेख दबाए

ग्रामीण स्टेडियम फत्तेपुर रानीपुर की जांच में निर्माण इकाई पैक्सफेड

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 06:07 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 10:25 PM (IST)
जांच में गर्दन फंसती देख भाग रहे पैक्सफेड के अधिकारी, अभिलेख दबाए
जांच में गर्दन फंसती देख भाग रहे पैक्सफेड के अधिकारी, अभिलेख दबाए

जागरण संवाददाता, मऊ : ग्रामीण स्टेडियम फत्तेपुर रानीपुर की जांच में निर्माण इकाई पैक्सफेड ने अड़ंगा खड़ा कर दिया है। जांच के लिए अभिलेख ही दबा दिए हैं। डीडीओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी को अभिलेख ही नहीं मिल रहा है। इसके चलते एक सप्ताह से जांच अटकी हुई है। उधर पैक्सफेड के अधिकारी-कर्मचारी जांच में गर्दन फंसी देख प्रशासनिक अधिकारियों से भाग रहे हैं।

पूर्ववर्ती अखिलेश यादव की सरकार ने ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने के लिए ग्रामीण स्टेडियम के निर्माण व मरम्मत के मद में फत्तेपुर ग्रामीण स्टेडियम को 31.41 लाख रुपये आवंटित किए थे। शासन से मिली धनराशि से निर्माण इकाई पैक्सफेड ने काम कराना शुरू किया। हाल यह रहा कि निर्माण इकाई ने जो बाउंड्रीवाल का निर्माण किया था वह पहली बारिश में ही धराशायी हो गई। साथ ही धनराशि के सापेक्ष न तो भवन की मरम्मत कराई गई और नहीं मैदान का रखरखाव ही किया गया। इसका असर यह रहा कि ग्रामीण स्टेडियम में खेलने वाले खिलाड़ी भी इससे कट गए। बीते छह वर्ष बाद भी पैक्सफेड अब तक निर्माण नहीं करा पाई। स्टेडियम का भवन जगह-जगह से टूटने लगा है। वहीं मैदान में घास उगी हुई है।

बीत चार फरवरी के प्रभारी मंत्री सुरेश पासी ने स्टेडियम का निरीक्षण किया था। इस दौरान यहां मिली धनराशि के सापेक्ष कुछ भी काम कराया हुआ नहीं मिला। इस पर मंत्री ने निर्माण इकाई पर नाराजगी जताते हुए कमेटी गठित कर जांच कराने के आदेश दिए थे। इसके बाद मुख्य विकास अधिकारी ने रामसिंह वर्मा ने जिला विकास अधिकारी विजय शंकर राय की अध्यक्षता में अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग व क्रीड़ाधिकारी की त्रिस्तरीय कमेटी गठित की। इसके बाद कमेटी ने निर्माण इकाई से अभिलेख मांगे। एक सप्ताह बाद भी इकाई ने अब तक अभिलेख नहीं सौंपा।

सरसेना की भी जांच हुई जो मिलेंगे घोटाले

ग्रामीण स्टेडियम सरसेना के लिए भी पूर्ववर्ती सरकार ने 24 लाख रुपये मरम्मत व सुंदरीकरण के लिए आवंटित किए थे। निर्माण इकाई पैक्सफेड ने यहां भी दोयम दर्जे की चहारदीवारी का जहां निर्माण कराया, वहीं मानक से कम मैदान में मिट्टी डाली गई। साथ ही भवन का अनुरक्षण भी मानक के अनुरूप नहीं किया गया। कई बार प्रशासनिक स्तर पर हुई कार्रवाई के बाद किसी तरह पैक्सफेड ने स्टेडियम को हैंडओवर किया। प्रभारी मंत्री के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी ने जिला विकास अधिकारी की अध्यक्षता में त्रि-स्तरीय कमेटी गठित की है। कमेटी गठन के बाद पैक्सफेड से अभिलेख मांगे गए थे। अब तक कोई अभिलेख नहीं मिला है। एक-दो दिन में अभिलेख नहीं मिला तो इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।

- केएम पाठक, जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी, मऊ।

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