बुखार व दर्द से कराहते रहे मरीज, नदारद रहे जिम्मेदार

समय दोपहर 12 बजे। स्थान कोपागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र। इम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 05:12 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 05:12 PM (IST)
बुखार व दर्द से कराहते रहे मरीज, नदारद रहे जिम्मेदार
बुखार व दर्द से कराहते रहे मरीज, नदारद रहे जिम्मेदार

जागरण संवाददाता, पुराघाट (मऊ) : समय दोपहर 12 बजे। स्थान कोपागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र। इमरजेंसी समेत ओपीडी भी खाली। कहीं भी कोई जिम्मेदार जवाब देने वाला नहीं था। दर्द से कराहते हुए मरीज व उनके परिजन इधर उधर भटकते रहे। घंटों परेशान होने के बाद बिना दिखाए अपने घरों को चले गए। वैसे भले ही योगी सरकार संसाधन मुहैया करा दे लेकिन कोरोना संक्रमण के दौर में अस्पतालों में डाक्टर व कर्मचारी ड्यूटी से नदारद है। यह एक दिन की बात नहीं है, इस तरह रोज देखने को मिलता है। ऐसे में असमय काल के गाल में लोग समा रहे हैं। इतना ही नहीं बिना किसी डाक्टर की देखरेख में चल रहा था वैक्सीनेशन। कोपागंज स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सोमवार को दोपहर 12 बजे जागरण टीम व्यवस्था की पड़ताल करने पहुंची तो इमरजेंसी में कोई डाक्टर नहीं था। हालांकि पता चला कि सोमवार को डा. रामबदन की ड्यूटी है लेकिन वह सुबह से ही गायब थे। ढेकवारा गांव निवासी रेणुका का कहना था कि हम सुबह से पिता को लेकर बैठे हुए हैं। डाक्टर का इंतजार कर रहे हैं। पिता जी का पेट दर्द कर रहा है। पेनकिलर देने के बाद दर्द कम हुआ है तो हास्पिटल लेकर आईं हूं। इमरजेंसी में पहुंचे तो कोई डाक्टर ही नहीं है। ऐसे में दर्द बढ़ता जा रहा है। भगवान भरोसे अब लौटना पड़ रहा है। कहा कि अब चल रहे हैं किसी अन्य डाक्टर को दिखाते हैं। क्षेत्र के अब्बुपुर निवासी रामकीर्ति अपने भाई श्रीधर को लेकर हास्पिटल दिखाने पहुंचे थे। उनके भाई को तेज बुखार था। इमरजेंसी कक्ष के सामने सुबह से बैठे रहे लेकिन किसी डाक्टर का पता नहीं चला और इंतजार के बाद घर चले गए। इसी तरह अन्य बीमार मरीज भी डाक्टर को दिखाए बिना ही लौट गए। जिस तरह से कोपागंज स्वास्थ्य केंद्र पर डाक्टर व कर्मचारी नदारद हैं, उससे लग रहा है कि जनता के प्रति कहीं भी संवेदनाएं नहीं रह गई हैं। चौतरफा लोगों की मौत हो रही है। योगी सरकार संसाधन पर संसाधन दिए जा रही है लेकिन इसके मातहत ही इसे पंगु बनाने में लगे हुए हैं।

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