क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रत्याशी बनेंसरदर्द
पंचायत चुनाव की तारी़ख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है गांव क
जागरण संवाददाता, मधुबन (मऊ) : पंचायत चुनाव की तारी़ख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, गांव का सियासी पारा भी तेजी से चढ़ता नजर जा रहा है। एक-एक वोट को सहेजने की कसरत तेज हो गयी है। इस बीच बीडीसी पद के दावेदार ग्राम प्रधान एवं जिला पंचायत सदस्य पद के दावेदारों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहे हैं। कारण एक-एक क्षेत्र पंचायत से दर्जनों प्रत्याशी मैदान में हैं और प्राय: सभी प्रत्याशी प्रधान एंव जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशियों के सहारे अपनी नैया पार लगाने की जुगत में है और वह खुल कर उनका समर्थन भी कर रहा है और यही इन प्रत्याशियों के लिए सिर दर्द बनता जा रहा है। यदि प्रधान या जिला पंचायत सदस्य का दावेदार किसी एक बीडीसी के समर्थन में खुल कर आ रहा है तो जाहिर सी बात है कि बाकी प्रत्याशियों की नाराजगी मोल लेने का जोखिम है। इससे बना बनाया खेल भी बिगड़ सकता है। शायद यही वजह है कि इन दिनों बड़े-पदों के लिए चुनाव लड़ रहे दावेदार बहुत फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। ना केहू से दोस्ती, ना किसी से बैर वाली कहावत की तर्ज पर हर एक को साथ होने का एहसास दिला रहे हैं। इसलिए कि यह प्रत्याशी यह अच्छी तरह जानते हैं की गांव स्तर के चुनाव में एक मामूली वोट का इधर इधर हो जाना पूरे समीकरण को उलट-पलट कर सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि अंत तक यह भरम कायम रहे कि हम तो तुम्हारे ही साथ है।