आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं संग शुरू होगा आपरेशन
कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अस्पतालों की ओपीडी शारीरिक दूरी के नियमों के अनुपालन में बंद कर दी गई थी। गैर राज्य और जनपद से जब प्रवासी श्रमिक आने लगे तो थर्मल स्क्रीनिग के साथ करने के लिए सामान्य ओपीडी शुरू कर दी गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी लॉकडाउन चार में जान के जहान के नारे के साथ देश को आगे बढ़ने पर बल दिया है। अब आकस्मिक और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार करने के बाद अब अन्य जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को भी शुरू करने के निर्देश दे दिए गए है। यह जानकारी जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने दी।
जागरण संवाददाता, मऊ : कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अस्पतालों की ओपीडी शारीरिक दूरी के नियमों के अनुपालन में बंद कर दी गई थी। गैर राज्य और जनपद से जब प्रवासी श्रमिक आने लगे तो थर्मल स्क्रैनिग के साथ करने के लिए सामान्य ओपीडी शुरू कर दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लॉकडाउन चार में जान है, तो जहान है के नारे के साथ देश को आगे बढ़ने पर बल दिया। अब आकस्मिक और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार करने के बाद अन्य जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को भी शुरू करने के निर्देश दे दिए गए है। यह जानकारी जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने दी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सतीशचंद्र सिंह ने बताया कि प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने पत्र जारी किया है कि कोरोना वायरस से फैलते संक्रमण के बने रहने की संभावना है। इसके चलते कुछ जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को लंबे समय तक इंतजार नहीं कराया जा सकता। इसलिए जिला चिकित्सालय, महिला चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही निजी चिकित्सालयों में तत्काल जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं को शुरू किया जाए। उन्होंने ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बहुत से लोगों के जरूरी आपरेशन भी कुछ समय से लंबित चल रहे थे, इससे उनकी परेशानी बढ़ती जा रही थी। उनके लिए राहत की बात है कि अब उनके आपरेशन भी हो सकेंगे। हालांकि इस दौरान पूर्ण सावधानी और प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा। अस्पतालों को जिन जरूरी सेवाओं को शुरू करने को कहा गया है, उनमें सर्जरी से संबंधित ओपीडी सेवाएं भी शामिल हैं, लेकिन सामान्य ओपीडी अभी स्थगित रहेगी।
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इनसेट
यह सेवाएं होंगी शुरू
- रेबीज व अन्य टीकाकरण की सुविधा
- टीबी की जांच व उपचार की सुविधा
- एचआईवी की जांच एवं उपचार के लिए आईसीटीसी व एआरटी सेंटर शुरू होंगे
- जिला चिकित्सालयों व सीएचसी में चलने वाले असाध्य रोग केंद्र (एनसीडी क्लीनिक)
- गर्भवती की जांच एवं उपचार की सुविधा
- दो वर्ष तक के बीमार शिशुओं के लिए जांच व उपचार। इसके लिए सरकारी क्षेत्र में 102 एंबुलेंस का उपयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाए
- गर्भ समाधान एवं नसबंदी की सुविधा
- डाइग्नोस्टिक इमेजिग एवं प्रयोगशाला