सरयू उफान पर, तटवर्ती इलाकों में दहशत

जागरण संवाददाता दोहरीघाट (मऊ) बीते चौबीस घंटे में सरयू नदी का जलस्तर में सात सेमी की

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 05:13 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 05:13 PM (IST)
सरयू उफान पर, तटवर्ती इलाकों में दहशत
सरयू उफान पर, तटवर्ती इलाकों में दहशत

जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : बीते चौबीस घंटे में सरयू नदी का जलस्तर में सात सेमी की वृद्धि दर्ज किया गया है। गौरीशंकर घाट पर शनिवार की सुबह आठ बजे जलस्तर 70.22 सेमी और अवराडांड में 71.13 सेमी रहा। सरयू का जलस्तर बढ़ने से नगर क्षेत्र के तीन वार्ड में पानी घुस गया है। इससे तटवर्ती इलाके के लोग दशहत में हैं।

रामपुर के सामने सरयू काफी दबाव बना रही है। तटबंध के पास नदी का जलस्तर पहुंच चुका है। बांधों की मरम्मत न होने से सभी बंधे जर्जर हैं। नदी का दबाव नई बाजार में काफी है। सरहरा गांव के उत्तर हनुमान मंदिर के पास नदी की तेज रफ्तार कटान कर सकती है। नागा बाबा कुटी के समीप नदी के दबाव से तटवर्ती इलाकों में सुरक्षा में लगाए गए पत्थर नदी में धस गए हैं। इससे नागा बाबा के कुटी के समीप कटान की आशंका बलवती हो गई है। संवेदनशील जगहों पर सिचाई विभाग ने मिट्टी की बोरी डाल रखी है लेकिन सरजू नदी की धारा इतनी तेज है कभी भी मिट्टी की बोरी बहा ले जाएगी। वृद्धाश्रम पर पांच सेमी के लगभग नदी दबाव बनाई हुई है। भारत माता मंदिर से लेकर खाकी बाबा कुटी तक दबाव बना हुआ है। कटाव रोकने के लिए शासन द्वारा 10 करोड़ 73 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं फिर भी नदी का दबाव मुक्तिधाम पर बढ़ रहा है। बीबीपुर बेलौली में कृषि योग्य भूमि को नदी काट रही है। सूरजपुर गांव के उत्तर नाथ बाबा के चौराहा से पूर्व सरयू कृषि योग्य भूमि को काट रही है। गुडली हरदौली आदि दर्जनों गांव के सड़कों का पानी भर गया है। बाढ़ चौकी रामनगर शंकर घाट, बीबीपुर बिलावली में राजस्व कर्मी बाढ़ की भौगोलिक स्थिति पर निरंतर पैनी ²ष्टि लगाए हुए हैं।

मधुबन (मऊ) : पिछले चार-पांच दिनों से मधुबन तहसील क्षेत्र के देवारा में सरयू नदी के सबसे अंतिम छोर पर बसे बिदटोलिया गांव के पास नदी अत्यंत तेजी से कटान कर रही है। इससे अब तक इस गांव के दर्जनों लोगों के खेत एवं रिहायशी मकान नदी की भेंट चढ़ चुके हैं। गांव वालों की माने तो कटान से

(रतनपुरा): तमसा नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि से तटवर्ती गांव के किसानों की फसल डूब रही हैं। तैयार हरी-भरी फसल को डूबते देख किसानों के माथे पर चिता की लकीरें उभर आई हैं। पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते तमसा नदी का जलस्तर एकाएक उफान पर है तमसा नदी का पानी पीपरसाथ ग्राम पंचायत के सरंगी नाले में उफनकर बह रहा है। इसके चलते पिडोहरी लसरा ठैचा कोनिहा पीपरसाथ मझौआ आदि गांवों सहित खेतों में लगी फसल पानी में डूब गई हैं। इससे पशुओं के लिए चारे का संकट खड़ा हो गया है। तटवर्ती गांव के किसानों ने शासन-प्रशासन से आग्रह किया है की क्षति का मूल्यांकन कर उन्हें पर्याप्त मुआवजा दिया जाए। पीपरसाथ ग्राम पंचायत की प्रधान जसोदा देवी, लसरा ग्राम पंचायत की प्रधान गिरिजा देवी ने अचानक आई इस बाढ़ की स्थिति पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया है।

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