अब मनरेगा श्रमिकों की मेहनत से दौड़ेगी छुक-छुक रेल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनरेगा यानि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को और विस्तार दे दिया है। अभी तक जहां गरीब मजदूरों को पंचायतों में ही रोजगार के सर्वाधिक अवसर उपलब्ध होते थे अब विश्व का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क को भी इसमें जोड़ दिया गया है। अब मनरेगा श्रमिकों के मेहनत के दम पर पूरे देश में रेलवे का जाल बिछेगा तो रेल पटरियों की मरम्मत भी होती रहेगी।
शैलेश सिंह 'विपुल', मऊ :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनरेगा यानि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को और विस्तार दे दिया है। अभी जिस मनरेगा के तहत मजदूरों को ग्राम पंचायत के कार्यो में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध होते थे, उसे अब विश्व के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क से जोड़ दिया गया है। अब मनरेगा श्रमिकों के मेहनत के दम पर पूरे देश में रेलवे का जाल बिछेगा, तो रेल पटरियों से संबंधित मरम्मत भी होती रहेगी।
जी हां, अब विश्व का सबसे बड़ा देश का रेल तंत्र मनरेगा श्रमिकों के लिए 100 दिन के रोजगार का गारंटी बनेगा। कोविड-19 के दौरान पूरे देश में करोड़ों की संख्या में लोग रोजगार खो बैठे हैं। हालांकि केंद्र व राज्य सरकारें रोजगार गंवा चुके लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है। इस विपदा की घड़ी में मनरेगा ने पूरे देश में करोड़ों परिवारों को संभाले रखा है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनरेगा को सबसे बड़े रेल तंत्र से जोड़ने का आदेश दिया है। केंद्र सरकार का आदेश पाते ही रेलवे भी हरकत में आया। पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी लगातार संबंधित अधिकारियों से संपर्क साधे हुए हैं। जिला विकास अधिकारी व प्रभारी उपायुक्त मनरेगा विजयशंकर राय ने बताया कि मऊ के सेक्शन इंजीनियर ने संपर्क किया है। रेलवे के अधिकारियों को मनरेगा के संबंध में सभी जानकारियां दे दी गई हैं। पटरियों का रख-रखाव संग पौधरोपण भी
मनरेगा योजना से रेल तंत्र के जुड़ जाने से अधिकाधिक श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध होने की उम्मीदें जग गई हैं। विश्व का सबसे बड़ा रेल तंत्र होने के नाते लगातार काम होते रहते हैं। अब मनरेगा के रेल तंत्र से जुड़ जाने से मजदूरों की किल्लत अब रेलवे को परेशान नहीं करेगी। अब श्रमिक रेल की पटरियों गिट्टियों को हटाने व गिराने, रेलवे की जमीनों पर पौधरोपण तथा रेलवे ट्रैक के किनारे कटीले तारों का बढ़ लगाने का काम करेंगे। वर्जन--
केंद्र सरकार द्वारा रेलवे को मनरेगा से काम कराने का निर्देश जारी किया गया है। इसको लेकर पूर्वोत्तर रेलवे के डिवीजनल इंजीनियर वाराणसी से संपर्क साधा है। इनको मनरेगा के बारे में पूरी जानकारियां दे दी गई है। साथ ही मऊ के अधिकारियों ने भी संपर्क साधा। पहले रेलवे अपने काम चिह्नित कर स्टीमेट तैयार करें। जिला प्रशासन द्वारा स्वीकृति देकर मजदूर उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
-रामसिंह वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी, मऊ।