फोरलेन का एनएचएआइ की टीम ने किया निरीक्षण, 240 मीटर पुल बढ़ेगा

जागरण संवाददाता दोहरीघाट (मऊ) 80 मीटर फोरलेन का एप्रोच मार्ग कटने के बाद एनएचएआइ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 09:26 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:26 PM (IST)
फोरलेन का एनएचएआइ की टीम ने किया निरीक्षण, 240 मीटर पुल बढ़ेगा
फोरलेन का एनएचएआइ की टीम ने किया निरीक्षण, 240 मीटर पुल बढ़ेगा

जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : 80 मीटर फोरलेन का एप्रोच मार्ग कटने के बाद एनएचएआइ को गलती का एहसास हुआ। शुक्रवार को तकनीकी हेड बी सिंह के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने फोरलेन पुल का निरीक्षण किया। इस दौरान सन 1998 में नदी की धारा के आधार पर प्राक्कलन तैयार किया गया। इसमें 240 मीटर और फोरलेन पुल को बढ़ाने की डिजाइन तैयार की। इसके पूर्व 85व मीटर का पुल बनना था। इसके लिए एनएचएआइ ने नदी की धारा को बांधकर एप्रोच मार्ग बनाया था।

एनएचएआइ के तकनीकी हेड बी सिंह ने बताया कि सन 98 की नदी की धारा का आंकलन करते हुए इस बार पुल की नई डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा रहा है तथा कार्यदायी संस्था जेपी ग्रुप के तकनीकी विशेषज्ञों से भी राय ली गई। इसके बाद नई बाजार-औझौली पुल के अंतिम फाउंडेशन से 240 मीटर और लंबा पुल बनाने के लिए छह पीलर ढालने का स्टीमेट बनाया गया। जिसे एनएचएआइ के हेड क्वार्टर दिल्ली के लिए ई-मेल के जरिए भेज दिया गया है। जैसे ही हेडक्वार्टर से स्टीमेट स्वीकृत होगा उसे तुरंत डिजाइन ड्राइंग सेक्शन कमेटी को भेजकर ड्राइंग बनाकर कार्यदायी संस्था जेपी ग्रुप को सौंप दिया जाएगा। वहीं दो दिन में जेपी ग्रुप भी अपनी क्षति का आंकलन कर एनएचएआइ को सौंपेगा। इसके बाद इस परियोजना पर काम शुरू होगा।

31.29 लाख रुपये की कटौती पर भड़के सचिव, प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, मऊ : धान-गेहूं की खरीद में केंद्रों पर प्राप्त कमीशन से अनियमित कटौती किए जाने को लेकर शुक्रवार की दोपहर पैक्स सचिव कर्मचारी वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने विकास भवन के द्वितीय तल स्थित सहायक निबंधक कार्यालय पर प्रदर्शन किया। सहकारी समितियों के सचिवों ने कहा कि पीसीएफ के द्वारा सहकारिता से संचालित सभी सहकारी केंद्रों से नमी, बोरा, वजन में कमी आदि दिखाकर 31 लाख 29 हजार 347 रुपये की कटौती की गई है। इस धनराशि की कटौती मनमाने तरीके से बिना सचिव को बताए ही की गई है। चेताया कि इसका निराकरण नहीं किया गया तो धान खरीद, सत्यापन, वितरण, वसूली आदि सभी कार्य पूर्ण रूप से बंद कर दिए जाएंगे। साथ ही कर्मचारी वृहद आंदोलन करने को बाध्य होंगे। प्रदर्शन के उपरांत जिला प्रबंधक ने प्रतिनिधिमंडल से वार्ता किया तथा उचित मांगों के निराकरण का आश्वासन दिया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह, महामंत्री प्रभुनाथ यादव आदि उपस्थित थे।

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