पैसे के अभाव में मोना का नहीं हो पाया समुचित इलाज

नगर के मुहल्ला बिचलापुरा में बीते 14 अक्टूबर की सुबह लगभग 700 बजे गैस सिलेंडर विस्फोट से जहां 1

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 08:55 PM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 06:08 AM (IST)
पैसे के अभाव में मोना का नहीं हो पाया समुचित इलाज
पैसे के अभाव में मोना का नहीं हो पाया समुचित इलाज

जागरण संवाददाता, वलीदपुर (मऊ) : नगर के मुहल्ला बिचलापुरा में बीते 14 अक्टूबर की सुबह लगभग 7:00 बजे गैस सिलेंडर विस्फोट से जहां 18 लोगों की मौत हो गई, वहीं 17 लोग बुरी तरह से जख्मी हैं। सभी घायलों का इलाज जिला अस्पताल, मंडल चिकित्सालय आजमगढ़ तथा वाराणसी ट्रामा सेंटर में चला। इनमें से कई लोगों का इलाज धन के अभाव में नहीं हो पा रहा है। अभी तक सरकारी सहायता भी नहीं मिल सकी है। इन्हीं में से एक घायल युवती मोना को मोहल्ले वासियों ने बुधवार को नगर में चंदा इकट्ठा कर इलाज हेतु गुरुवार को पुन: वाराणसी भेजवाया।

हादसे में घायल रामबालक मद्धेशिया का इलाज लगभग एक माह तक आजमगढ़ एक प्राइवेट हॉस्पिटल में कराया गया। वहां उनके पैर का ऑपरेशन हुआ और उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर के लिए छुट्टी दे दिया परंतु एक महीने से अधिक मोना विश्वकर्मा पुत्री स्वर्गीय छोटू विश्वकर्मा का उपचार वाराणसी के ट्रामा सेंटर में चल रहा था। महीने भर बाद वहां के डॉक्टरों ने ठीक होने का दावा करते हुए उसे घर भेज दिया। घर पहुंची युवती की चीख-पुकार से मोहल्ले के लोग काफी भयभीत हो जा रहे हैं। मोहल्ले वालों का आरोप है कि चिकित्सकों ने इसके इलाज में घोर लापरवाही किया है। उसकी हरकत से परिजन काफी चितित हैं। मोहल्ले वासियों ने बुधवार को नगर में चंदा इकट्ठा कर इलाज हेतु गुरुवार को पुन: वाराणसी भेजवाया।

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