दिल्ली की तर्ज पर चल रही मोहल्ला पाठशाला

शिक्षा का अधिकार .... जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं बेसिक स्कूलों के शिक्षक

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 11:09 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 11:09 PM (IST)
दिल्ली की तर्ज पर चल रही मोहल्ला पाठशाला
दिल्ली की तर्ज पर चल रही मोहल्ला पाठशाला

शिक्षा का अधिकार ....

जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं बेसिक स्कूलों के शिक्षक

आनलाइन कक्षा में मात्र 40 फीसद बच्चे हो रहे लाभान्वित

60 फीसद बच्चों को शिक्षित बनाने की रास आ रही योजना

रामपुलर बेलौली (मऊ) :

नोवल कोरोना वायरस से निबटने के लिए भले ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण का शुभारंभ कर दिया गया हो, लेकिन अब बेसिक स्कूलों के शिक्षक दिल्ली की तर्ज पर मोहल्ला पाठशाला शुरू कर दिए हैं। वह गांव-गांव घूमकर 15-15 टोलियों के बच्चों को शिक्षित कर अपने जिम्मेदारियों का न सिर्फ निर्वहन कर रहे हैं बल्कि मेधावियों को कोरोना के प्रति जागरूक भी कर रहे हैं। आनलाइन कक्षा में मात्र 40 फीसद छात्र ही लाभान्वित हो पा रहे हैं। इसकी वजह से 60 फीसद छात्र पढ़ाई से वंचित हो रहे थे। ऐसे में अब इन छात्रों को मोहल्ला पाठशाला रास आ रही है।

कोविड 19 की वजह से विकास का प्रमुख आधार शिक्षा सबसे अधिक प्रभावित हुई है। इसके चलते परिषदीय विद्यालय बंद हैं। आनलाइन क्लास को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। स्मार्टफोन की उपलब्धता और इंटरनेट की सुविधा सभी के लिए संभव नहीं है। चुनौतियों से निपटने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर मोहल्ला पाठशाला योजना की शुरुआत की है। योजना में एक मोहल्ला में 15 बच्चों को शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए पढ़ाने का निर्देश है। इसका उद्देश्य स्कूल का जनसमुदाय से बेहतर संबंध बनाना है। गांव में पढ़ाई का वातावरण बनाना है। -----------

मानसिक तौर पर पढ़ाई के लिए तैयार हो रहे बच्चे

मानसिक तौर पर पढ़ाई के लिए तैयार करने के लिए कहानी के माध्यम से बच्चों को कराया जा रहा है। मोहल्ला पाठशाला में मौखिक बातचीत 10 मिनट, कहानी संबंधित गतिविधियां 15 मिनट, ध्वनि जागरूकता (डिकोडिग) 15 मिनट, संबंधित खेल 15 मिनट, लेखन 20 मिनट का निर्धारित किया गया है।

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रोजाना कक्षा में कोरोना वायरस से बचने की चर्चा-

कक्षा में रोजाना साफ-सफाई अभियान भी विषय है। इसके लिए बातचीत की जा रही है। वीडियो देखकर बच्चे सीख रहे हैं। वाट्सएप पर भेजे गए ई-पाठशाला के कंटेंट जैसे खाना खाने से पहले हाथ धोने, मास्क लगाने, ठंड से बचाव की जानकारी दी जा रही है। कहानी के माध्यम से बच्चों में सुनने, बोलने, पढ़ने व लिखने का अभ्यास कराया जा रहा है। -------------------

शिक्षा आपके द्वार योजना के तहत सभी बच्चों को शिक्षा देने के लिए पूरी तरह से भरपूर कोशिश की जा रही है। ब्लाक के सभी शिक्षक व शिक्षिकाएं ब्लाक को प्रेरक ब्लाक बनाने में जुट गए हैं। यही नहीं जिला स्तर पर यह अभियान चलाया जा रहा है।

पंकज कुमार सिंह, बीईओ, फतहपुर मंडाव, मऊ।

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