भाड़े के हत्यारे ही बताएंगे असली कातिल

कोतवाली अंतर्गत सुल्तानपुर क्षेत्र के मुहम्मदपुर हसनपुर में गत माह चिकित्सक को गोली मारकर सुनियोजित तरीके से की गई हत्या के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Dec 2018 04:02 PM (IST) Updated:Mon, 03 Dec 2018 04:02 PM (IST)
भाड़े के हत्यारे ही बताएंगे असली कातिल
भाड़े के हत्यारे ही बताएंगे असली कातिल

जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : कोतवाली अंतर्गत सुल्तानपुर क्षेत्र के मुहम्मदपुर हसनपुर में गत माह चिकित्सक को गोली मारकर सुनियोजित तरीके से की गई हत्या के पीछे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। अवैध संबंध से लेकर जमीनी विवाद तक के हत्या का कारण होने की संभावना है। बहरहाल यह तय है कि घटना को भाड़े के हत्यारों ने किसी ऐसे व्यक्ति के इशारे पर घटना को अंजाम दिया है, जिसके पास चिकित्सक डा. प्रशांत कुमार की हत्या ही एकमात्र विकल्प बचा था। निश्चित ही वजह भी बड़ी रही होगी। इस वजह को लेकर पुलिस की टीमें अभी किसी निश्चित दिशा में आगे न बढ़ सकी हैं। ऐसे में शूटरों की गिरफ्तारी के बाद ही वास्तविकता सामने आएगी।

पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के भैंसौली निवासी चिकित्सक प्रशांत कुमार बेहद मिलनसार व्यक्ति रहे। बीते दो दशक से उक्त क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर रह चुके हैं। हरेक स्थान पर आमजन के बीच उनके लिए आदर एवं मिलनसार होने के चलते परिचतों की संख्या भी रही है। महज एक विवादित जमीन को ऊंची कीमत पर बैनामा लिए जाने को लेकर चंद लोगों के मन में दबी रंजिश को छोड़ दिया जाए तो कभी चिकित्सक दंपति का किसी से टकराव तो दूर, कहासुनी तक नहीं हुई। आम लोगों के बीच चल रही चर्चा ने स्पष्ट कर दिया है कि उक्त जमीन के बैनामे को हत्या की वजह नहीं माना जा सकता है। अब जांच का विषय यह है कि आखिर जमीन के लिए हत्या नहीं की गई तो दूसरा कारण क्या है। चिकित्सक दंपती की निजी ¨जदगी को खंगाल चुकी पुलिस अभी किसी निश्चित वजह तक नहीं पहुंच सकी है। हत्या किए जाने के दौरान प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना को बेहद पेशेवर तरीके से आंजम देने की जानकारी दी है। एक युवक बाइक स्टार्ट कर उस पर बैठा रहा कि दूसरा क्लीनिक में घुसा और चंद सेकेंड बाद ही फायर की आवाज गूंजी। ताबड़तोड़ तीन फायर हुए और दो गोली संवेदनशील अंग पर लगीं। क्लीनिक से बाहर आते ही हत्यारे की कड़क स्वर में धमकी ने भीड़ के पांव जाम कर दिया। ऐसे में तय है कि निश्चित ही हत्यारे किसी पेशेवर गैंग के सदस्य रहे हैं। इस समूचे घटनाक्रम में एक बात स्पष्ट है कि जमीनी विवाद नहीं है तो फिर अवैध संबंध के चलते चिकित्सक की जान गई। अब सवाल यह कि किसका और किससे अवैध संबंध रहा। इस संबंध में चिकित्सक कैसे ऐसी बाधा बना कि उसकी जान ले लगी गई। इस दिशा में एक के बाद एक कई तथ्य सामने आ रहे हैं। हत्या के समान कारण हैं तो कई पर शक भी हो रहा है। ऐसे में पुलिस को भी अब भाड़े के हत्यारों की तलाश है। इनके गिरफ्त में आने के बाद ही हत्या की सुपारी देने वाला बेनकाब होगा।

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