फसल क्षतिपूर्ति देने में मंडल में जिला अव्वल

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल क्षतिपूर्ति का लाभ देने में आजमगढ़ मंडल में मऊ जनपद अव्वल है। खरीफ सीजन 2020 में जनपद के 506 किसानों को 36 लाख 94 हजार 583 रुपये का लाभ मिला जबकि आजमगढ़ व बलिया के सिर्फ 482 किसान ही लाभान्वित हो पाए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 10:22 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 10:22 PM (IST)
फसल क्षतिपूर्ति देने में मंडल में जिला अव्वल
फसल क्षतिपूर्ति देने में मंडल में जिला अव्वल

जागरण संवाददाता, मऊ : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल क्षतिपूर्ति का लाभ देने में आजमगढ़ मंडल में मऊ जनपद अव्वल है। खरीफ सीजन 2020 में जनपद के 506 किसानों को 36 लाख 94 हजार 583 रुपये का लाभ मिला, जबकि आजमगढ़ व बलिया के सिर्फ 482 किसान ही लाभान्वित हो पाए।

बीते खरीफ सीजन में भारी बारिश के चलते जनपद में जगह-जगह फसलें जलमग्न हो गई थीं। इसके अलावा सरयू व तमसा नदी में उफनाए पानी के चलते सैकड़ों एकड़ फसल भी नष्ट हो गई। ऐसे में इन किसानों को बीमा योजना का लाभ मिला। इसके लिए कृषि विभाग ने सर्वे कराया। इनमें कुल 506 किसान चिह्नत हुए, जिनकी फसलें तबाह हुईं थीं। एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी आफ इंडिया लि. के जिला प्रबंधक दिव्य प्रकाश सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित खेतों का सर्वे किया गया था। इसमें जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई, उनके खाते में क्षतिपूर्ति भेज दी गई है। वर्जन--

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्राकृतिक आपदा से ग्रसित किसानों की फसलों की क्षति का आकलन कराया जाता है। इसमें जिन किसानों की फसल प्रभावित हुई है, उन्हें क्षतिपूर्ति का लाभ दिया जाता है।

- उमेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी। प्वाइंटर--

जिला - किसान - क्षतिपूर्ति

मऊ - 506 - 36,94,583.80

आजमगढ़ - 335 - 20,93,849.54

बलिया - 147 - 10,31,143.73 कृषि कानून वापस करने की आवाज हुई बुलंद

जागरण संवाददाता, रामपुर बेलौली (मऊ) : कांग्रेस की बैठक रविवार की दोपहर मर्यादपुर में हुई। इसमें कृषि काननू को वापस लेने, समर्थन मूल्य को अमली जामा पहनाने व पार्टी संगठन को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई। पूर्व विधायक अमरेश चंद पांडेय ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के प्रति संवेदनाहीन हो गई है। आंदोलन के दौरान 152 किसानों की मौत हो चुकी है लेकिन केंद्र का कोई प्रतिनिधि तक शोक व्यक्त करने नहीं पहुंचा है।

उन्होंने कहा कि हमारे शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी संगठन की कमजोरी को स्वीकार किया है। अब हमें पार्टी को न्याय पंचायत ही नहीं अपितु गांव स्तर पर मजबूत करना है। घोसी लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी राष्ट्रकुंवर सिंह ने कहा कि महिलाओं, गरीबों, मजदूरों, किसानों व नौजवानों के हित में यह सरकार कोई काम नहीं कर रही। हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है। संगठन सृजन को गति देने के लिए रामअवतार राजभर न्याय पंचायत अध्यक्ष, बबलू यादव ब्लाक उपाध्यक्ष फतहपुर मंडाव, संतोष मिश्रा ब्लाक महासचिव एवं अमरनाथ साहनी ब्लाक सचिव बनाए गए।

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