फर्जी प्रबंधक के सहारे उतार रहे 10 अध्यापकों का वेतन

फर्जी प्रबंधक के सहारे उतार रहे 10 अध्यापकों का वेतन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 09:25 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 09:25 PM (IST)
फर्जी प्रबंधक के सहारे उतार रहे 10 अध्यापकों का वेतन
फर्जी प्रबंधक के सहारे उतार रहे 10 अध्यापकों का वेतन

जागरण संवाददाता, मऊ : समाज कल्याण विभाग की कारस्तानी परत दर परत खुल रही है। अभी 82 फर्जी अध्यापकों की नियुक्ति का मामला चल ही रहा था कि रतनपुरा विकास खंड के आदर्श आंबेडकर ग्रामीण विद्यापीठ विद्यालय दिलशादपुर हलधरपुर में एक दशक पूर्व से फर्जी प्रबंधक के सहारे 10 अध्यापकों का लाखों का वेतन निकाला जा रहा है। सन 2005 से लगातार प्रतिमाह लाखों रुपये फर्जी प्रबंधक के हस्ताक्षर से अध्यापकों को निर्गत किए जा रहे हैं। विद्यालय की हकीकत यह है कि लगभग 50 बच्चों को पढ़ाने के लिए विद्यालय पर कुल 17 अध्यापकों की फौज है।

आदर्श आंबेडकर ग्रामीण विद्यापीठ विद्यालय दिलशादपुर में व्यापक पैमाने पर अनियमितता का मामला सामने आया है। सन 1981 से 91 तक एक दर्जन अध्यापकों को विभाग द्वारा स्थाई कर दिया गया। विभाग द्वारा 1994 का वेतन 1996 को अध्यापकों के खाते में भेजा गया। इसी दौरान विभाग द्वारा दूसरे प्रबंधक को नियुक्त करते हुए 10 अध्यापकों की नियुक्ति कर दी गई। पूर्व के अध्यापकों का वेतन रोक दिया गया। इस दौरान पहले प्रबंधक सूबेदार राम ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने विभाग से असली प्रबंधक का जवाब मांगा। प्रमुख सचिव समाज कल्याण मनोज ¨सह ने कोर्ट को असली प्रबंधक के रूप में सूबेदार राम का ही नाम बताया। भले ही प्रमुख सचिव ने कोर्ट को असली प्रबंधक की जानकारी दे दी हो परंतु आज तक फर्जी तरीके से चल रहे प्रबंध तंत्र के सहारे 10 अनियमित अध्यापकों का वेतन निर्गत किया जा रहा है। इनसेट--

विद्यालय में बच्चे नहीं, जमा है अध्यापकों की फौज

बेसिक शिक्षा नियमावली के तहत एक अध्यापक पर 40 बच्चों का मानक है। समाज कल्याण के अनुदानित विद्यालयों में मानक को ताक पर रखते हुए धड़ाधड़ नियुक्तियां की गई है। हालांकि अधिकतर विद्यालयों की जांच भी चल रही है और फर्जी मामले शासन, प्रशासन के संज्ञान में है। यह अलग है कि कार्रवाई न होने के चलते यह मामले आए दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। आलम यह है कि दिलशादपुर आंबेडकर विद्यालय में लगभग 50 बच्चे ही पढ़ते हैं परंतु पहले की प्रबंधक समिति के सात तथा अनियमित प्रबंधक समिति के 10 अध्यापक विद्यालय पर तैनात हैं।

chat bot
आपका साथी