आरक्षण खिड़की पर लिक फेल होने से भड़के यात्री
जागरण संवाददाता मऊ मांगलिक आयोजनों के मद्देनजर रेलवे की आरक्षण खिड़की पर यात्रियों का
जागरण संवाददाता, मऊ : मांगलिक आयोजनों के मद्देनजर रेलवे की आरक्षण खिड़की पर यात्रियों का लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। शनिवार को तत्काल टिकट की चाह में पहुंचे बड़ी संख्या में लोगों को सुबह जब ठीक 10 बजे यानि एसी श्रेणी के तत्काल टिकटों की बुकिग से पहले ही लिक फेल हो जाने की जानकारी मिली तो वे भड़क गए। टिकट क्लर्कों पर ही टिकटों की हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिए। आरक्षण खिड़की पर गहमागहमी शुरू होते ही मौके पर पहुंचे आरपीएफ के जवानों ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया।
महानगरों से आनन-फानन में शादी-विवाह के आयोजनों में आए लोग वापसी को लेकर परेशान हैं। ट्रेन के आरक्षित टिकटों की स्थिति यह है कि मुंबई व दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में वेटिग टिकट भी नहीं मिल पा रहा है। चूंकि, वेटिग का ई-टिकट ट्रेनों में चढ़ने के लिए मान्य नहीं है, इसलिए बहुत से लोग तत्काल का आरक्षण टिकट प्राप्त करने के लिए रेलवे जंक्शन आ रहे हैं। तत्काल टिकट मिला तो ठीक वरना तत्काल कोटे के वेटिग टिकट पर ही जैसे-तैसे अपना सफर पूरा कर रहे हैं। इसी के चलते सुबह 10 बजे के आस-पास टिकट खिड़की पर मारा-मारी की स्थिति बनी रह रही है। शनिवार को खुरहट निवासी अशोक कुमार, पलिगढ़ निवासी पंकज व कोपागंज निवासी नदीम ने बताया कि प्रतिदिन यात्रियों को तत्काल टिकट के समय लिक फेल होना बताकर लौटाया जा रहा है। टिकट किल्लत के चलते अंदर बैठे बुकिग क्लर्क लिक फेल की आड़ में अपने चहेतों का टिकट बना दे रहे हैं। हालांकि, ऐन वक्त पर लिक जुड़ जाने से सभी शांत हो गए। इसके बाद जितने लोगों को टिकट मिल सकता है, टिकट लेकर गए। वर्जन ..
शीर्ष रेलवे प्रबंधन की ओर से निर्माण की कई परियोजनाएं गतिमान है। इसलिए लिक फेल होने की तकनीकी समस्या कभी-कभी आ जा रही है। इंटरनेट लिक फेल हो जाना आम बात है। लोगों को धैर्य रखना चाहिए।
- अखिलेश कुमार सिंह, डीसीआइ, मऊ।