भूस्खलन से धंसी सड़क का नहीं हो सका कायाकल्प
घोसी (मऊ) कहने को तो घोसी-नदवासराय-आजमगढ़ मार्ग जिले की मुख्य सड़क (एमडीआर) में गिनी जाती है पर गड्ढों से पटी यह सड़क बलुवापोखरा एवं नदवासराय बाजार में झील बनी है। यह हाल तब है जब इस सड़क के चौड़ीकरण एवं जीर्णोद्धार के लिए वर्ष 2016 में ही धनराशि स्वीकृत हो गई है। अब इस सड़क पर सरायसादी चट्टी से 400 मीटर पूर्व भूस्खलन के चलते सड़क में खतरनाक विशालकाय गड्ढा हो गया है।
जागरण संवाददाता, घोसी (मऊ) : कहने को तो घोसी-नदवासराय-आजमगढ़ मार्ग जिले की मुख्य सड़क (एमडीआर) में गिनी जाती है पर गड्ढों से पटी यह सड़क बलुवापोखरा एवं नदवासराय बाजार में झील बनी है। यह हाल तब है जब इस सड़क के चौड़ीकरण एवं जीर्णोद्धार के लिए वर्ष 2016 में ही धनराशि स्वीकृत हो गई है। अब इस सड़क पर सरायसादी चट्टी से 400 मीटर पूर्व भूस्खलन के चलते सड़क में खतरनाक विशालकाय गड्ढा हो गया है।
जनपद के सर्वाधिक प्राचीन नदवासराय बाजार से होकर गुजरने वाली एमडीआर में घोसी-नदवासराय-मुहम्मदाबाद-आजमगढ़ प्रमुख सड़क है। 10 किमी लंबा घोसी-नदवासराय मार्ग चिरैयाकोट-मोहम्मदाबाद-नदवासराय-घोसी-मधुबन मार्ग का हिस्सा है। सपा सरकार ने कार्यकाल के अंतिम वर्ष 2016 में इसके चौड़ीकरण एवं सु²ढ़ीकरण हेतु 87 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत किया। इस लंबे प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ ही हुआ था कि मार्च 2017 में सरकार बदल गई। सत्ता बदलने के बाद भी टुकड़ों में मरम्मत एवं सु²ढरीकरण होता रहा पर आज तक यह कार्य पूरा न हो सका है। हाल यह कि सरायगंगा पबी से लेकर नदवासराय एवं भिखारीपुर से लेकर घोसी तक सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है। इस वर्ष अभी तक हुई बरसात में यूं तो समूचे नदवासराय में सड़क का बुरा हाल है पर पश्चिमी किनारे पर बाजार में एवं बलुवापोखरा बाजार में कई स्थानों पर सड़क झील बन गई है। सोमवार से दो दिनों तक हुई मूसलाधार बारिश में सरासादी चट्टी से लगभग 400 मीटर पूर्व भूस्खलन के चलते सड़क का काफी हिस्सा धंस गया है। लोक निर्माण विभाग ने रस्सी एवं लाल झंडी लगाकर कर्तव्य की इतिश्री कर लिया है।