विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी, सफाई व्यवस्था खराब
कोपागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत बदतर है। आप जब भी सीएचसी प
अरुण राय ,पूराघाट मऊ
कोपागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत बदतर है। आप जब भी सीएचसी पर जाएंगे वहां कोई और मिले या ना मिले लेकिन बरामदे से लेकर वार्ड में कुत्ते सोते मिलेगें। कोरोना काल में साफ सफाई की व्यवस्था को चौकस रखने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन इस हालात में भी यहां पर सफाईकर्मी की तैनाती नहीं हो सकी है। इसके चलते सफाई व्यवस्था रामभरोसे ही है। तीस बेड से निर्मित सीएचसी पर एक महिला सहित छह डाक्टरों की नियुक्ति हैं। कभी एक दिन में यहां चार सौ मरीजों को परामर्श दिया जाता था, लेकिन अब 15 से 20 मरीजों तक सिमट कर रह गयी है। हालांकि जिले में नसबंदी एवं डिलेवरी में सीएचसी अपना पहला स्थान रखता है।
दो लाख की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया गया। यहां पर एक केंद्र अधीक्षक सहित छह डाक्टरों की नियुक्ति है। जागरण टीम ने मंगलवार को कोपागंज सीएचसी पर सुबह 11 बजे पहुंची। इमरजेंसी में केंद्र अधीक्षक डा. अनिल कुमार मरीज को देखते हुए मिले। जबकि अस्पताल की गैलरी में निर्भीक होकर कुत्ते फर्राटा भर रहे थे। उसी रास्ते डाक्टर व मरीज आते जाते रहे। केंद्र पर लैब टेक्नीशियन तो है लेकिन एक्सरे मशीन नहीं होने से मरीजों को बाहर कराना पड़ रहा था। परामर्श के लिए आने वाले मरीज डाक्टरों के अभाव में अधिकांश को अन्यत्र दिखाने के लिए मजबूर मिले। बेकाबू हो रहे कोरोना से लड़ने के लिए शासन के निर्देश पर सीएचसी को तैयार किया जा रहा है। जबकि यहां पर बच्चों के लिए कोई वार्ड नहीं बनाया गया है। सीएचसी पर 18 आक्सीजन सिलेंडर है, जिसमें 10 बापू आयुर्वेदिक कोविड एल-1 अस्पताल भेज दिया गया है। वहीं सीएचसी पर तीन छोटे और पांच बड़े सिलेंडर मौजूद हैं। अस्पताल पर परामर्श के लिए आए कुछ मरीजों ने बताया कि इस समय कोई भी चिकित्सक इलाज करना नहीं चाहता है। सभी लोग पल्ला झाड़ रहे है कि जिला अस्पताल चले जाइए, यहां कोई चिकित्सक नहीं है।
वर्जन
इस समय अधिकांश चिकित्सक और स्टाफ कोविड की ड्यूटी में लगाए गए हैं, जिससे समस्या उत्पन्न हो रही है।
- सीएचसी अधीक्षक डा. अनिल कुमार
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सीएचसी पर सही से इलाज नहीं होने की शिकायतें आ रही हैं, जल्द इसका समाधान किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग में कोई एक अधिकारी जिम्मेदारी न लेकर अलग-अलग अपने मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं जो ठीक नहीं है।
- विजय राजभर, विधायक घोसी